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अंधा युग! धर्मवीर भारती!! सही लिखा था!!!
मैं यह नोट बहुत भारी मन से लिख रहा हूँ क्योंकि एक कार्यकर्ता होने के नाते मैं पुलिस अत्याचारों का शिकार हूँ - रवि बिक्रम भटनागर
राष्ट्र-समाज हित पत्रकारिता को मिले पूर्ण स्वतंत्रता समाज के सत्य को उजागर करता है पत्रकार
यूपी पुलिस की वर्दी केवल ताकत और अधिकार का प्रतीक नहीं होती, बल्कि यह एक जिम्मेदारी और ईमानदारी का भी प्रतीक
कुछ तथाकथित खबरची मेरी खबरों से आहत हैं और भ्रष्टाचार में डूबे पुलिस वाले बड़े पैमाने पर परेशान
जन हितों में पत्रकारिता कैसे हो ?       संजय भाटी
राज्य मानव अधिकार आयोग उत्तर प्रदेश में न्याय दिलाने हेतु शिकायत दर्ज़, एस एस पी को नोटिस जारी जवाब तलब
मुझे भनक न लगी की वह कुछ आपराधिक तत्वों ओर भृष्ट पुलिस कर्मियों के करीब था तथाकथित पत्रकार