प्रोफेसर शकील अहमद समदानी के निधन से अमुवि में शोक की लहर

 

अलीगढ़, 8 मई: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रसिद्ध व्याख्याता और विधि संकाय के डीन प्रोफेसर मुहम्मद शकील अहमद समदानी का आज निधन हो गया। वह साठ वर्ष के थे।

एएमयू के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि प्रोफेसर शकील समदानी एक लोकप्रिय शिक्षक थे। उनकी मौत से सभी को दुख पहुंचा है। वह बहुत ही मिलनसार और उत्साही व्यक्ति थे। उनकी सेवाएं अमूल्य हैं। कुलपति ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि प्रोफेसर समदानी की मृत्यु मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। हम सभी उनके लिए प्रार्थना करते हैं।

प्रोफेसर समदानी अमुवि इसीअमुवि कोर्ट और शैक्षणिक परिषद के सदस्य रहे हैं। वह विश्वविद्यालय के संपत्ति अधिकारी (राजपत्रित)सांस्कृतिक शिक्षा केंद्र के समन्वयकएएमयू केंद्रों के नोडल अधिकारी और विधि विभाग के प्रमुख भी रहे हैं।

प्रोफेसर समदानी फैमिली लापब्लिक इंटरनेशनल लॉह्यूमन राइट्सइस्लामिक लीगल सिस्टम एंड कॉन्स्टीट्यूशनल लॉ ऑफ इंडिया के विशेषज्ञ थे। उन्होंने यूनिफार्म सिविल कोड और मुस्लिम तलाक के लिए निर्वाह भत्ता पर किताबें लिखीं। इसके अतिरिक्तवह दो पुस्तकों पर काम कर रहे थ। उन्होंने मानक पत्रिकाओं में लेख भी लिखे।

प्रोफेसर समदानी को उनकी सेवाओं के लिए कई पुरस्कार भी मिले और उनके लेख देश विदेश के नामचीन अखबारों में भी प्रकाशित हु। उन्हें टीवी बहस के लिए भी आमंत्रित किया जाता था।

प्रोफेसर समदानी ने देश और विदेश में एएमयू के सांस्कृतिक जीवन का प्रतिनिधित्व किया। वह एक बेहतरीन वक्ता थे और दर्शकों पर गहरा प्रभाव डालते थे।

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