एएमयू के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने उनके निधन पर दुख और खेद व्यक्त करते हुए कहा कि प्रोफेसर खान एक दयालु शिक्षक थे। एएमयू ने एक योग्य और गंभीर शिक्षक खो दिया है। उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।
विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर आसिम ज़फ़र ने कहा कि प्रोफेसर खान कई शोध छात्रों के सुपरवाइजर थे। अब इन शोध छात्रों के लिए उनका स्मरण दुःख दायी होगा।
प्रोफेसर रफीकुज़्ज़मां ने कई सरकारी सहायता प्राप्त परियोजनाओं में काम किया। उन्होंने कई पुस्तकों को प्रकाशित किया और उच्च स्तरीय पत्रिकाओं में शोध लेख प्रकाशित किए। वह कई अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं के संपादकीय बोर्ड में शामिल थे।
प्रोफेसर रफीकुज़्ज़मां ने किंग फ़हद यूनिवर्सिटी ऑफ़ पेट्रोलियम एंड मिनरल्स, इत्तेहाद यूनिवर्सिटी, संयुक्त अरब अमीरात, पुणे विश्वविद्यालय और हमदर्द विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में भी पढ़ाया।
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