शहीद भगत सिंह के जन्मदिवस के अवसर पर एक काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया l

सिकन्दराराऊ । भाईचारा सेवा समिति और विमल साहित्य संवर्धन संस्था द्वारा गंगा विहार अगसौली चौराहा समिति कार्यालय पर शहीद भगत सिंह के जन्मदिवस के अवसर पर एक काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता महेश यादव संघर्षी राष्ट्रीय अध्यक्ष भाईचारा सेवा समिति ने की व संचालन युवा कवि संजीव सरगम ने किया ।
    कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाईचारा सेवा समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हरपाल सिंह यादव एवं राष्ट्रीय संयोजक संजय सिंह ने कहा कि शहीद भगत सिंह ने राष्ट्र सेवा में हंसते हंसते अपनी जान न्यौछावर कर दी ऐसे महान देशभक्त को सभी देशवासियों को नमन करना चाहिए।
गोष्ठी का प्रारम्भ प्रसिद्ध गीतकार अजय अटल की सरस्वती वंदना से हुआ। उसके बाद हास्यकवि पंकज पण्डा ने सुनाया -

प्यार वतन से था जिन्हें, गए जान तक बार।
मरते दम तक जो लड़े, उनको नमन हजार।

शायर शिवम कुमार आज़ाद ने शेर पढ़ा -
धर्म उनका है क्या हमको बतलाइए
रात दिन जो लड़े सरहदों के लिए।

अवनीश यादव ने ओज स्वर में पढ़ा -
देश तोड़ने की बातें करने वाले,
हम तेरे ही टुकड़े टुकड़े कर देंगे।

अवशेष कुमार विमल ने पढ़ा -
जब भी संकट कभी देश पर आयेगा
बच्चा बच्चा भगत सिंह बन जायेगा।

गीतकार ललित मोहन भारद्वाज ने सुनाया -
चन्द्र तक देखो हम पहुंचे बताते हैं इसको उत्कर्ष।
सभ्यता गयी रसातल में निकालो तुम कोई निष्कर्ष।
    गोष्ठी में राजेश यादव, मनोज प्रधान अगसौली, महावीर मल्ल, शिशुपाल, नत्थू सिंह यादव, विनोद कुमार, जयप्रकाश सिंह, राकेश कुमार, रमेश चन्द्र, संजय कुमार, संदीप कुमार,अश्वनी कुमार यादव,अल्लानूर , सुरेश चन्द्र, अम्बरीष ,कमरुल , जयचन्द लोधी आदि।

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