अलीगढ़ /लोकसभा चुनाव के बाद सीएम योगी की पहली बैठक से वापस आते ही डीएम चंद्रभूषण सिंह सख्त हो गए हैं। डीएम ने लापरवाह एसडीएम व तहसीलदार को स्पष्ट कर दिया है कि 15 दिन के अंदर काम में सुधार कर लें, नहीं तो फिर कार्रवाई को तैयार रहें। अगर किसी से काम नहीं हो पा रहा है तो प्राथना पत्र देकर पद छोड़ सकते हैं। 15 दिन बाद सभी एसडीएम व तहसीलदार को अपनी रिपोर्ट के साथ एक प्रमाण पत्र भी देना है।शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में डीएम ने कहा कि सरकार की मंशा बिना भेदभाव के जनहित में काम करने की है। सरकारी सिस्टम में एसडीएम व तहसीलदारों की महत्वूपर्ण भूमिका होती है। ऐसे में सभी अफसर अपने अधीनस्थों पर सख्त नियंत्रण रखें। अगर जनता दरबार से कोई भी फरियादी किसी तहसील में भेजा जा रहा है तो उसका काम प्राथमिकता से निपटे।
सभी से रिपोर्ट भी ली जाएगी कि कितना काम किया। 15 जून को दोबारा से बैठक होगी। इसमें रिपेार्ट के साथ प्रमाण पत्र भी देने होंगे कि जमीन से जुड़े कितनी समस्याओं को समाधान हुआ। लेखपाल, राजस्व निरीक्षक व राजस्व कानूनगो पर सख्ती से नियमंत्रण किया जाएगा। अवैध वसूली की शिकायतें अब नहीं मिलनी चाहिए। इसके साथ ही कुछ लेखपालों ने काम करने के लिए लड़के लगा रखे हैं, इन्हें हटाया जाए। समय से विरासत दर्ज की जानी चाहिए। गोशाला संचालन के लिए प्रधानों का सहयोग लीजिए। गौशाला पर चौकीदारों की नियुक्त की जाए। अगर कोई भी लेखपाल या कानूनगो अपने काम में सुधार नहीं कर रहा है तो फिर उसके खिलाफ चार्जशीट बनाई जाए। एसडीएम, तहसीलदार खुद सरकारी गाड़ी लेकर छोटे-छोटे मामलों में मौके पर न जाएं। जिस स्तर का काम है, उसी से गुणवत्ता परख तरीके से कराया जाए।
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