चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि नई सरकार में ममता बनर्जी की बड़ी भूमिका होगी. 



लोकसभा चुनाव के परिणाम आने से पहले ही विपक्ष ने लामबंद होना शुरू कर दिया है. चुनावी नतीजे 23 मई को घोषित किये जाएंगे लेकिन माना जा रहा है कि 21 मई को विपक्षी दलों की दिल्ली में बैठक हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में विपक्ष का नेता तय नहीं होगा बल्कि केंद्र में नई सरकार के गठन का प्रारूप तैयार होगा. पीएम पद के लिए नाम का चयन 23 मई को नतीजे आने के बाद किया जाएगा.
बुधवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करके ऐसे संकेत दिए हैं. सूत्रों के मुताबिक चंद्रबाबू नायडू ने राहुल गांधी से मुलाकात में चुनाव परिणाम आने से पहले विपक्षी दलों की बैठक आयोजित करने की सलाह दी थी.
बाद में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लिए प्रचार करने पहुंचे चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि नई सरकार में ममता बनर्जी की बड़ी भूमिका होगी. चंद्रबाबू नायडू के बयान से इस बात के साफ़ संकेत मिले हैं कि नई सरकार के प्रधानमंत्री के तौर पर ममता बनर्जी का नाम उभर कर सामने आ रहा है. जानकारों की माने तो कांग्रेस किसी गैर हिंदी भाषी को पीएम बनाने की पक्षधर है.
यदि नतीजे आने के बाद यूपीए सरकार बनाने की स्थति में नहीं हुआ तो कांग्रेस विपक्ष के किसी अन्य नेता को पीएम बनाने के लिए अपना समर्थन दे सकती है. जानकारों की माने तो ममता पूर्व में कांग्रेस में रहीं हैं और उनकी विचारधारा आज भी कांग्रेस से मेल खाती है. ऐसी स्थति में कांग्रेस की पहली पसंद ममता बनर्जी होंगी.
जानकारों के मुताबिक बसपा सुप्रीमो मायावती कांग्रेस का प्रधानमंत्री मजूर नहीं करेंगी. मायावती की कांग्रेस से बेरुखी के चलते ही उत्तर प्रदेश में सपा बसपा गठबंधन में कांग्रेस को शामिल नहीं किया गया. इतना ही नहीं मायावती ने राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के खिलाफ अपने उम्मीदवार खड़े किये हैं.
फिलहाल राजनैतिक हालातो के मद्देनज़र अब यह कहा जा सकता है कि जैसे बसपा सुप्रीमो मायवती कांग्रेस का पीएम बनने के लिए समर्थन नहीं देंगी वैसे ही कांग्रेस भी मायावती को पीएम बनने के लिए समर्थन नहीं देगी. माना जा रहा है कि पीएम पद के लिए ममता बनर्जी के नाम पर यूपीए घटकदलो के अलावा बसपा, सपा, टीडीपी यहाँ तक की टीआरएस भी तैयार हो जायेंगे. दरअसल ममता बनर्जी ने जिस तरह मोदी सरकार से लोहा लिया उससे उनका नाम लगातार सुर्ख़ियों में रहा है. इसलिए एक मजबूत पीएम के रूप में ममता बनर्जी बेहतर विकल्प हो सकती हैं।आभार :janman

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