शोध प्रस्तावों को इण्डियन कौन्सिल आॅफ मेडीकल रिसर्च (आईसीएमआर) के प्रतिष्ठित शाॅर्ट टर्म स्टूडैंट्शिप प्रोग्राम-2019 के अन्तर्गत मंजूर किया गया

अलीगढ़ / अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहर लाल नेहरू मेडीकल काॅलेज के फिजियोलोजी विभाग के तीन शोध प्रस्तावों को इण्डियन कौन्सिल आॅफ मेडीकल रिसर्च (आईसीएमआर) के प्रतिष्ठित शाॅर्ट टर्म स्टूडैंट्शिप प्रोग्राम-2019 के अन्तर्गत मंजूर किया गया है। आईसीएमआर के उक्त कार्यक्रम का उद्देश्य अण्डरग्रेजुएट मेडीकल छात्रों में शोध के प्रति रूझान उत्पन्न करना है।

जिन शोध प्रस्तावों को मंजूरी मिली है उनमें एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा रीना गर्ग, एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र फाइक रहमान तथा पीयूष गौतम के प्रस्ताव शामिल हैं। रीना गर्ग प्रोफेसर संगीता सिंघल की देखरेख में बाॅडी मास इंडेक्स तथा बाॅडी फैट पलमोनरी फंक्शन टेस्ट के बीच आपसी सम्बन्ध पर कार्य कर रही हैं।

फाइक रहमान डाॅ. अनवर हसन सिद्दीकी की देखरेख में टाइप टू डायबिटीज में नर्व कंडक्शन वेलोसिटी तथा बाॅडीफैट मास से उसके सम्बन्ध में कार्य कर रहे हैं। जबकि पीयूष गौतम डाॅ. अहमद फराज की देखरेख में डायेबिटीज़ न्यूरोपैथी के रोगियों में पलमोनरी फंक्शंस का अध्ययन कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि आईसीएमआर के शाॅर्ट टर्म स्टूडैंटशिप कार्यक्रम के लिये देश भर के मेडीकल काॅलेजों के अण्डरग्रेजुएट छात्र बड़ी संख्या में आवेदन करते हैं तथा उसमें जवाहर लाल नेहरू मेडीकल काॅलेज के फिजियोलोजी विभाग के छात्रों का चयन गौरव का विषय है। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत छात्र को बीस हजार रूपये प्रदान किये जाते हैं।

फिजियोलोजी विभाग की अध्यक्षा प्रोफेसर संगीता सिंघल ने इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम के लिये चयनित होने वाले छात्रों को उनकी सफलता पर हार्दिक बधाई प्रस्तुत की है।

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