एक ऐसे ट्यूमर को शल्य चिकित्सा द्वारा निकाला है जो कूल्हे के रगदार पट्ठों में कम ही होता

अलीगढ़ / अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल काॅलिज के कार्डियो वेस्कुलर चिकित्सकों के दल ने एक साठ वर्षीय व्यक्ति के कूल्हे की जगह से एक ऐसे ट्यूमर को शल्य चिकित्सा द्वारा निकाला है जो कूल्हे के रगदार पट्ठों में कम ही होता है। चिकित्सकों ने 4 घंटे के आॅपरेशन में ट्यूमर को सफलता पूर्वक निकाल दिया तथा रोगी को छुट्टी दे दी गई है और अब उसकी स्थति बेहतर है।
इगलास निवासी 60 विर्षीय हरदम सिंह ने नई दिल्ली तथा एनसीआर के विभिन्न अस्पतालों में दिखाया तथा कई चिकित्सकों से मिलकर भी असंतुष्ट रहने के बाद जवाहर लाल नेहरू मेडिकल काॅलिज आकर दिखाया जहाँ जांच के बाद पता चला कि कूल्हे का यह ट्यूमर पेट की रक्त की कोशिकाओं से भी जुड़ा हुआ है।
आॅपरेशन से पूर्व इंटरवेंशनल कार्डियोलोजिस्ट तथा कार्डियोलोजी सेंटर के निदेशक प्रोफेसर आसिफ हसन एवं कैथ लैब के डा0 मलिक एम अज़हरउद्दीन ने ट्यूमर में रक्त की सप्लाई रोकी तथा डा0 मोहम्मद आज़म हसीन एवं डा0 ग़जनफर ने नामचीन कार्डियो वेस्कुलर सर्जन तथा अमुवि के सह कुलपति प्रोफेसर एमएच बेग की निगरानी में ट्यूमर को निकाला। डा0 नदीम रज़ा तथा उनके दल ने रोगी को एनेस्थिसिया दिया जबकि डा0 उरूज़, डा0 अतीक तथा डा0 यश्वंत ने आॅपरेशन के बाद की प्रक्रिया को संभाला।
डाक्टरों के दल को बधाई देते हुए प्रोफेस एमएच बेग तथा मेडिसिन संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेस एससी शर्मा ने कहा कि अब जवाहर लाल नेहरू मेडिकल काॅलिज में अनेकों ऐसी जटिल शल्य चिकित्सायें की जा रहीं है जिनके लिये पहले रोगियों को बड़े नगरों में जाना पड़ता था।
कार्डियो थोरासिक सर्जरी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर आज़म हसीन ने कहा कि उक्त आॅपरेशन बहुत कम खर्च में किया गया।

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