उत्तर प्रदेश। एक कहावत है कि घर का भेदी लंका ढाए। ऐसे ही कुछ गाजीपुर पुलिस का एक अधिकारी कर रहा था। वह ठगी के मामले में फरार चल रही एक आरोपी महिला को पुलिस विभाग की गोपनीय सूचनाएं उपलब्ध करवा रहा था। जिसके चलते वह अब तक पुलिस से बचती चली आ रही है।
इस बात की जानकारी होने पर पुलिस अधीक्षक ने दरोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
गाजीपुर ही नहीं पूरे देश में अपराधियों को गुप्त सूचना पहुंचना एक फैशन सा बन गया है,पुलिस विभाग की गुप्त सूचना सूचना मिलने के कारण ही कई बड़े-बड़े बदमाश पुलिस की गिरफ्त से बाहर है
इस तरह के एक नहीं सैकड़ों मामले उत्तर प्रदेश के कई जिलों में देखने को मिल रहे हैं और ऐसा ही एक मामला गाजीपुर से सामने आया है, जहां रेवतीपुर थाने में तैनात एसआई भोलानाथ सरोज पर गुप्त सूचनाओं लीक करने के आरोप में विभागीय जांच के आदेश देते हुए उसे पुलिस लाइन से संबंध कर दिया गया है।
फरार चल रही महिला
रेवतीपुर थाना क्षेत्र के नगदिलपुर गांव में बकसू बाबा एकेडमी में बेरोजगारों से 10 से 15 लाख रुपए लेकर फर्जी जॉइनिंग लेटर और आई कार्ड देने का मामला आया था। इस मामले में पुलिस कोचिंग संचालक विनोद गुप्ता और मास्टरमाइंड नीतू श्रीवास्तव सहित 20 लोगों के खिलाफ करीब एक दर्जन मुकदमे अब तक दर्ज कर चुकी हैं. पुलिस ने मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें से दो आरोपी जमानत पर जेल से बाहर भी आ चुके हैं। हालांकि, इस पूरे खेल की मास्टरमाइंड रही नीतू श्रीवास्तव अब तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आई।
दरोगा पुलिस की गुप्त सूचना कर रहा था लीक
इस मामले में नीतू श्रीवास्तव सहित कुल 16 आरोपी अभी तक फरार चल रहे हैं। पुलिस लगातार उनकी गिरफ्तारी के लिए जाल बिछा रही है, लेकिन ऐन वक्त पर आरोपी मुखबिरों के द्वारा बताए गए लोकेशन से गायब हो जा रहे हैं। इस मामले में जब गाजीपुर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस ने जांच की तो उन्हें पता चला कि रेवतीपुर थाने में तैनात एसआई भोलानाथ सरोज ही नीतू को मामले से संबंधित सूचनाएं दे रहा है।
जिसके चलते आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है
पुलिस अधीक्षक ने दरोगा को किया निलंबित
पुलिस अधीक्षक की ओर से कराई गई जांच में जमानिया सीओ ने अपनी जांच रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को सौंपी तब जाकर पूरे मामले में खुलासा हुआ। जांच में सामने आया है कि दरोगा भोलानाथ सरोज घर के भेदी की तरह काम कर रहा है। पुलिस अधीक्षक ने दरोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। पुलिस अधीक्षक ने वहीं एक अन्य मामले में नंदगंज के थाना अध्यक्ष, चौकी इंचार्ज और एक सिपाही को भी निलंबित किया है।
एक अन्य मामले में तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड
इस मामले में एक महिला ने अपने पति पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया था। थाना अध्यक्ष ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की थी।
तब पीड़ित महिला पुलिस अधीक्षक के पास आई थी
पुलिस अधीक्षक ने भी इस पर कार्रवाई करने की बात कही बावजूद उसके एसओ ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं किया। तब महिला ने आईजीआरएस पर अपना शिकायत की थी। तब पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में नंदगंज के थाना अध्यक्ष, सिरगिथा चौकी प्रभारी और एक कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
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