महिलाओं की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए हमारी सबकी अहम् जिम्मेदारी

 


महिलाओं की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए हमारी सबकी अहम् जिम्मेदारी है। महिलाएं हमारे समाज का अहम् हिस्सा हैं। औरत ही जगजननी है। आज देश के महत्वपूर्ण पदों पर महिलाएं विराजमान हैं। फिर चाहे थल सेना हो, वायु सेना या नौसेना। आज राष्ट्रपति के महत्वपूर्ण पद पर एक नारी ही विराजमान है। कई राज्यों में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर भी महिलाएं विराजमान हैं। प्रशासनिक सेवाओं को बेहद बढिय़ा तरीके से महिलाएं निभा रही हैं। 

फिर आज महिलाओं के साथ इतना भेदभाव क्यों किया जा रहा है? क्यों महिलाओं पर जुल्म करने वालों को फांसी की सजा नहीं दी जा रही? महिलाओं के प्रति अपराध को अंजाम देने वालों को सलाखों के पीछे क्यों नहीं रखा जा रहा?

ऐसे सवाल आज भी हमारे समक्ष खड़े हैं। 


हम सबकी यह अहम् जिम्मेदारी बनती है कि हमें महिलाओं का दिल से सम्मान करना चाहिए। महिलाएं आज किसी से कम नहीं हैं। जब कभी परीक्षा का नतीजा घोषित होता है तो शीर्ष पोजीशनों पर लड़कियां ही बाजी मारती हैं। लड़कियां मां-बाप का बहुत ध्यान रखती हैं। राज्य सरकारों को लड़कियों के हितों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने चाहिएं। यदि उनके साथ कोई अत्याचार करता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि अन्यों को भी सबक मिल सके। 


न्याय प्रणाली में भी सुधार होना चाहिए। महिलाओं के खिलाफ कोई भी वारदात को अंजाम देने वाले लोगों पर जल्द से जल्द फास्ट ट्रैक अदालतों में केस लगाकर उन्हें फांसी की सजा सुनाई जानी चाहिए। ऐसे अपराधों को रोकने के लिए समाज में लोगों को भी जागरूक किया जाना चाहिए। प्रत्येक परिवार अपने बेटों को महिलाओं का सम्मान करने की शिक्षा जरूर दे। 



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