ना उड़ता है और ना तैरता है‌‌। वह फिर भी 'गुरबत का सांप' कहलाता है

 

                                  गुरबत का सांप    
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कभी-कभी जिंदगी में,

ऐसा समय आता है।

एक निर्जीव पत्थर भी,

जीवन बन जाता है।

विश्व के आलेखन के अनुसार,  विश्व में अक्सर अनेकों तरह के अजूबे होते रहते है। इसके अनुरूप पृथ्वी पर प्रकट हुए अनेक प्रकार के सांप पत्थरों पर चलना ही अधिक पसंद करते है। लेकिन, इन सबसे अलग एक सांप, जिसे 'गुरबत का सांप' कहा जाता है। वह ना दिखता है, ना चलता है, ना उड़ता है और ना तैरता है‌‌। वह फिर भी 'गुरबत का सांप' कहलाता है। वर्तमान में देखा जाए, तो भारत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर 'गुरबत का सांप' सवार है। उसके पश्चात अब 'गुरबत के सांप' के कटघरे में भाजपा आ गई है। हालांकि, यह ठीक-ठीक नहीं कहा जा सकता है। वैसे, एक नजरिए से देखा जाएं, तो कुछ-कुछ ऐसा ही लगता है। इसके बाद भी इस मामले की गंभीरता से पुष्टि नहीं हुई है। फिर भी यह एक कड़वा सच लगता है। 

कोविड-19 महामारी से बचाव हेतु अभियान चलाया गया था। टीकाकरण अभियान भाजपा की 'भयावह' रणनीति का एक अहम हिस्सा है। इसके अतिरिक्त आपको यह भी बताते चलें, कि (कोविड-19) महामारी को मजाक में लेना, भारी पड़ सकता है। दुनिया भर में अभी तक कोरोना के कुल केसों की संख्या-66,86,46,404 हो गई। इसके साथ-साथ अभी तक कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या-67,38,653 हो गई। इससे अधिक खास बात यह है, कि दुनिया भर में कोरोना की कुल 13,22,61,15,781 खुराकें दी गईं। 

इससे अधिक महत्वपूर्ण बात यह है, कि भारत में बीते वर्ष-2020 में कोविड-19 महामारी का आर्थिक प्रभाव काफी हद तक विघटनकारी रहा है। सांख्यिकी मंत्रालय के अनुसार, वित्त वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में भारत की विकास दर घटकर 3.1% रह गई। भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा, कि यह गिरावट मुख्य रूप से भारतीय अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव के कारण है। विशेष रूप से, भारत भी महामारी से पहले मंदी का सामना कर रहा था और विश्व बैंक के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी ने "भारत के आर्थिक दृष्टिकोण के लिए पहले से मौजूद जोखिमों को बढ़ा दिया है"।

(कोविड-19) महामारी भी एक 'गुरबत के सांप' की तरह ही है, जो अगर किसी पर चिपक जाएं, तो छाप मारकर ही दम लेती है। अगर एक अलग दृष्टिकोण से देखा जाए, तो इसमें भाजपा की एक महत्वपूर्ण भूमिका एवं प्रतिस्पर्धा भी हो सकती है। भाजपा की सख्त नजर भी, एक 'गुरबत के सांप' की तरह ही है।

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