प्रयागराज। भारतीय सवर्ण संघ के राष्ट्रीय महासचिव राधेश्याम तिवारी उर्फ पँडित साधू तिवारी ने पत्रकार वार्ता में कहा तुष्टीकरण की राजनीति और जाति के आधार पर आरक्षण को देश की किसी भी राजनीतिक पार्टी में इतनी हिम्मत नहीं है कि इसे समाप्त करने के लिए कानून में संशोधन करे और सार्वजनिक रूप से घोषणा करे कि स्वतन्त्र भारत में जाति के आधार पर नहीं व्यक्तिगत पात्रता और योग्यता के आधार पर समान नागरिक संहिता का पालन किया जाएगा, हर समाज में गरीब और समान्य माध्यम वर्ग लोग हैं, आरक्षण के नाम पर राजनीति कर उनसे उनके मूलभूत अधिकारों और सुविधाओं को छीना जा रहा है, परिवर्तन प्रकृति का नियम है, यदि देश सभी युवा और उनका साथ देने के लिए हम सभी संगठित होकर एकजुटता और सामुहिक जागरूकता से निरंतर प्रयास करते रहेंगे और संगठित होकर, राष्ट्रहित के लिए इस कुप्रथा का लगातार विरोध करते रहेंगे, आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है आरक्षण समाप्त होकर रहेगा और भारत वर्ष के उज्जवल भविष्य की ओर निरंतर अग्रसर होता रहेगा
0 Comments