बुलंदशहर (शकील सैफ़ी) जनपद बुलंदशहर के तहसील अनूपशहर में समाजवादी पार्टी का मंहगाई व जिला पंचायत अध्यक्षों एवं ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव में जो गुंडागर्दी और लोकतंत्र की हत्या भाजपा राज में हुई है उसकी कोई कल्पना नहीं थी 8, जुलाई 2021,को प्रमुख पद के नामांकन के समय विपक्ष के प्रत्याशी प्रस्तावकों समर्थकों महिलाओं के साथ शर्मनाक घटना व अभद्रता और पूर्व स्पीकर श्री माता प्रसाद पाण्डे के साथ धक्का मुक्की और उन्हें चोट पहुंचाने की कोशिश इन घटनाओं से जाहिर है कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के बाद बेईमानी हो गई है ।
जिला पंचायत अध्यक्षों और ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव में 3, जुलाई 10, जुलाई 2021, को सत्ता पक्ष के प्रत्याशियों को जिताने के लिए साक्षर जिला पंचायत क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ जबरन हेल्पर लगवाकर वोट डलवाये गये जिसमें प्रशासन के अधिकारियों की भी भूमिका रही हैं ।
मतदान से पूर्व जिला पंचायत क्षेत्र पंचायत सदस्यों को डराया गया धमकाया गया तथा जबरन प्रलोबन देकर भाजपा के पक्ष में वोट देने को बाध्य किया गया, 8, जुलाई 2021,को ब्लॉक प्रमुख के निर्वाचन के लिए अंतिम तिथि थी नामांकन के दोरान पुलिस प्रशासन सत्ता पक्ष का कार्यकर्ता बन का कार्य करने लगा और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों समर्थकों पर हमलों के साथ नामांकन पर्चे फाड़ने के कृत्य किये गये सैण्कड़ों ब्लाकों में नामांकन नहीं करने दिया गया है ।
10, जुलाई 2021,को मतदान के दिन भी भाजपा छलबल से जिसने में लगी रही और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों उनके समर्थकों को मारा पीटा गया पंचायत चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी व विपक्ष के नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ हुई हिंसा से लोकतंत्र शर्मसार और कलंकित हुआ है उत्तर प्रदेश त्रिस्तीय पंचायत चुनाव में डबल इंजन की सरकार द्वारा की गई प्रयोजित हिंसा ने भारत के संविधान को नज़रंदाज़ करते हुए हिटलर और मुसोलिनी की तानाशाही से कई क़दम आगे निकल चुकी हैं समाजवादी पार्टी ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को प्रारम्भ से सत्ता पक्ष द्वारा पंचायती चुनावों को प्रभावित कर अपने पक्ष में करने की साज़िशों के बारे में लगातार सूचित करते हुए आगाह किया था पर चुनाव आयोग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हुई भारत के संविधान में किये गये लोकतंत्र की व्यवस्था के यह सर्वथा विपरीत है हम आपका ध्यान लोकतंत्र की हत्या के अतिरिक्त बढ़ती मंहगाई बिगती कानून व्यवस्था नौजवानों की बेरोजगारी किसानों के ऊपर थोपे जा रहे काले कानून महिलाओं से दूरव्यवहार स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर फर्जी केस लगाने और प्रशासन द्वारा सत्ता के दुरूपयोग की ओर भी आकर्षित करना चाहेंगे
समाजवादी पार्टी की मांगें
1, किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिया जाये एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य एम०एस०पी० की गारंटी दी जाये
2, प्रदेश में किसानों का गन्ने का भुगतान 15, हज़ार करोड़ रुपए तत्काल दिया जाये
3, किसानों के ऊपर जो काला कृषि कानून थोपा जा रहा है उसे तत्काल वापिस लिया जाए
4, बढती मंहगाई डीजल पेट्रोल रसोई गैस खाद्य बीज कीटनाशक दवायें कृषि यंत्र इत्यादि पर रोक लगाई जाए
5, बेरोजगार नौजवानों को रोजगार दिया जाये
6, उत्तर प्रदेश में धुवस्त कानून व्यवस्था को दुरुस्त किया जाये
7, महिलाओं के साथ हो रहे अपराध पर रोक लगाई जाए
8, समाजवादी पार्टी के ऊपर फर्जी मुकदमें दर्ज करना तत्काल बन्द किया जाये तथा उत्पीड़न पर रोक लगाई जाए
9, उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार द्वारा किये जा रहे संगठित अपराध को अभिलम्ब बन्द किया जाये
10, उत्तर प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य को तत्काल दुरूस्त किया जाये
11, बढ़ते भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए
12, कोरोना काल में सरकार द्वारा किये गये भ्रष्टाचार की जांच कराई जाए और मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए
13, जिला पंचायत व क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में हुई धांधली व हिंसा की जांच कराई जाए एवं जांच में पाये गये दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाये और पुनः मतदान कराये जाये
14, पत्रकारों के ऊपर हो रहे हमले और हत्याओं पर रोक लगाई जाए
15, दलित वर्ग तथा अल्पसंख्यक वर्ग पर हो रहे अत्याचार बन्द हों
16, पिछड़े वर्ग का अनुमन्य 27 प्रतिशत आरक्षण में कटोती बन्द हो
समाजवादी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सय्यद हिमायत अली, अल्पसंख्यक अध्यक्ष शैख रहीस, जिला अध्यक्षआज दिनांक 15/7/21, को जनपद बुलंदशहर के तहसील अनूपशहर में समाजवादी पार्टी का मंहगाई व जिला पंचायत अध्यक्षों एवं ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव में जो गुंडागर्दी और लोकतंत्र की हत्या भाजपा राज में हुई है उसकी कोई कल्पना नहीं थी 8, जुलाई 2021,को प्रमुख पद के नामांकन के समय विपक्ष के प्रत्याशी प्रस्तावकों समर्थकों महिलाओं के साथ शर्मनाक घटना व अभद्रता और पूर्व स्पीकर श्री माता प्रसाद पाण्डे के साथ धक्का मुक्की और उन्हें चोट पहुंचाने की कोशिश इन घटनाओं से जाहिर है कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के बाद बेईमानी हो गई है जिला पंचायत अध्यक्षों और ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव में 3, जुलाई 10, जुलाई 2021, को सत्ता पक्ष के प्रत्याशियों को जिताने के लिए साक्षर जिला पंचायत क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ जबरन हेल्पर लगवाकर वोट डलवाये गये जिसमें प्रशासन के अधिकारियों की भी भूमिका रही हैं मतदान से पूर्व जिला पंचायत क्षेत्र पंचायत सदस्यों को डराया गया धमकाया गया तथा जबरन प्रलोबन देकर भाजपा के पक्ष में वोट देने को बाध्य किया गया, 8, जुलाई 2021,को ब्लॉक प्रमुख के निर्वाचन के लिए अंतिम तिथि थी नामांकन के दोरान पुलिस प्रशासन सत्ता पक्ष का कार्यकर्ता बन का कार्य करने लगा और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों समर्थकों पर हमलों के साथ नामांकन पर्चे फाड़ने के कृत्य किये गये सैण्कड़ों ब्लाकों में नामांकन नहीं करने दिया गया है 10, जुलाई 2021,को मतदान के दिन भी भाजपा छलबल से जिसने में लगी रही और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों उनके समर्थकों को मारा पीटा गया पंचायत चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी व विपक्ष के नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ हुई हिंसा से लोकतंत्र शर्मसार और कलंकित हुआ है उत्तर प्रदेश त्रिस्तीय पंचायत चुनाव में डबल इंजन की सरकार द्वारा की गई प्रयोजित हिंसा ने भारत के संविधान को नज़रंदाज़ करते हुए हिटलर और मुसोलिनी की तानाशाही से कई क़दम आगे निकल चुकी हैं समाजवादी पार्टी ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को प्रारम्भ से सत्ता पक्ष द्वारा पंचायती चुनावों को प्रभावित कर अपने पक्ष में करने की साज़िशों के बारे में लगातार सूचित करते हुए आगाह किया था पर चुनाव आयोग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हुई भारत के संविधान में किये गये लोकतंत्र की व्यवस्था के यह सर्वथा विपरीत है हम आपका ध्यान लोकतंत्र की हत्या के अतिरिक्त बढ़ती मंहगाई बिगती कानून व्यवस्था नौजवानों की बेरोजगारी किसानों के ऊपर थोपे जा रहे काले कानून महिलाओं से दूरव्यवहार स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर फर्जी केस लगाने और प्रशासन द्वारा सत्ता के दुरूपयोग की ओर भी आकर्षित करना चाहेंगे
समाजवादी पार्टी की मांगें
1, किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिया जाये एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य एम०एस०पी० की गारंटी दी जाये
2, प्रदेश में किसानों का गन्ने का भुगतान 15, हज़ार करोड़ रुपए तत्काल दिया जाये
3, किसानों के ऊपर जो काला कृषि कानून थोपा जा रहा है उसे तत्काल वापिस लिया जाए
4, बढती मंहगाई डीजल पेट्रोल रसोई गैस खाद्य बीज कीटनाशक दवायें कृषि यंत्र इत्यादि पर रोक लगाई जाए
5, बेरोजगार नौजवानों को रोजगार दिया जाये
6, उत्तर प्रदेश में धुवस्त कानून व्यवस्था को दुरुस्त किया जाये
7, महिलाओं के साथ हो रहे अपराध पर रोक लगाई जाए
8, समाजवादी पार्टी के ऊपर फर्जी मुकदमें दर्ज करना तत्काल बन्द किया जाये तथा उत्पीड़न पर रोक लगाई जाए
9, उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार द्वारा किये जा रहे संगठित अपराध को अभिलम्ब बन्द किया जाये
10, उत्तर प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य को तत्काल दुरूस्त किया जाये
11, बढ़ते भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए
12, कोरोना काल में सरकार द्वारा किये गये भ्रष्टाचार की जांच कराई जाए और मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए
13, जिला पंचायत व क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में हुई धांधली व हिंसा की जांच कराई जाए एवं जांच में पाये गये दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाये और पुनः मतदान कराये जाये
14, पत्रकारों के ऊपर हो रहे हमले और हत्याओं पर रोक लगाई जाए
15, दलित वर्ग तथा अल्पसंख्यक वर्ग पर हो रहे अत्याचार बन्द हों
16, पिछड़े वर्ग का अनुमन्य 27 प्रतिशत आरक्षण में कटोती बन्द हो
समाजवादी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सय्यद हिमायत अली, अल्पसंख्यक अध्यक्ष शैख रहीस, जिला अध्यक्ष मोरहदज सिंह, जिला उपाध्यक्ष हाजी खालिद सिद्दीकी, होशियार सिंह, नगर अध्यक्ष राशिद गाज़ी, जिला सचिव सरफ़राज़ अंसारी, कुसुम शर्मा, प्रमोद शर्मा, अजीत हिमाचल, शाक़िर मेवाती, फ़िरोज मेवाती, नगर अध्यक्ष माजिद गाज़ी, अनिल चरोरा, जिला अध्यक्ष अजय कुमार महेरिया, छोटे खान मेवाती, सभासद अफ़जाल सैफ़ी, फ़िरोज मेवाती, अख्तर अली, व हज़ारों कार्यकर्ता मोजूद रहए मोरहदज सिंह, जिला उपाध्यक्ष हाजी खालिद सिद्दीकी, होशियार सिंह, नगर अध्यक्ष राशिद गाज़ी, जिला सचिव सरफ़राज़ अंसारी, कुसुम शर्मा, प्रमोद शर्मा, अजीत हिमाचल, शाक़िर मेवाती, फ़िरोज मेवाती, नगर अध्यक्ष माजिद गाज़ी, अनिल चरोरा, जिला अध्यक्ष अजय कुमार महेरिया, छोटे खान मेवाती, सभासद अफ़जाल सैफ़ी, अख्तर अली, व हज़ारों कार्यकर्ता मोजूद रहे।
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