जिला क्षय रोग केंद्र पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती मनाई गई

 

अलीगढ़ । जनपद के मलखान सिंह जिला चिकित्सालय अस्पताल में जिला क्षय रोग केंद्र पर संविधान रचयिता एवं  भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए जिला क्षय रोग केंद्र पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अनुपम भाष्कर ने समस्त कर्मचारियो से अपने कार्यों के प्रति सजग वन निष्ठावान रहने का संकल्प दिलाया एवं बताया कि  14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म हुआ था। उनके माता-पिता महार जाति के थे, जिसे उस वक्त अछूत माना जाता था। इस कारण बचपन में उन्हें कई यातनाएं झेलनी पड़ी थीं। इसका प्रभाव उस उम्र से ही बाबा साहेब के मस्तिष्क पर पड़ा। 1908 में उत्कृष्ट परिणामों के साथ बॉम्बे विश्वविद्यालय से मैट्रिक की परीक्षा पास करने के बाद बी.आर. अंबेडकर ने बॉम्बे विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र में स्नातक किया। आगे की पढ़ाई के लिए वो विदेश चले गए। 1916 में कोलंबिया विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की और विदेश में अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की पढ़ाई करने वाले पहले भारतीय बने एवं बाबा साहब ने ऊंच-नीच छुआछूत जैसी कुरीतियों का जमकर विरोध किया। 



जिला कार्यक्रम समन्वयक सतेंद्र कुमार ने बताया कि बाबा साहेब ने  इंसान को इंसान के बराबर का दर्जा देने के लिए संविधान में कानून बनाया, उनके बताए मार्ग पर चलकर ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है,आज कितने देशों में उनकी लिखी किताबों को पढ़ाया जाता है ।


श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में डीपीटीसी नईम अहमद व अरविंद कुमार, जिला पीपीएम समन्वयक पीयूष अग्रवाल व डेविड कुमार शाही, सुरजीत सिंह, पूनम तौमर, धीरेंद्र सिंह, संजय सेंगर, विशाल विक्रम सिंह, राजेन्द्र जैन,दुर्गेश वार्ष्णेय, आदि जिला क्षय रोग केंद्र का स्टाफ शामिल रहा ।

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