जवाँ: इमाम की पिटाई पर मुस्लिम सेवा संघ अलीगढ़ ने जताया विरोध: दोषी पुलिसकर्मी पर कार्यवाही की मांग की।



                            फोटो:- मुस्लिम सेवा संघ पूर्व विधायक

अलीगढ़ / जवाँ थाना क्षेत्र में जामा मस्जिद के इमाम मोहम्मद फिरोज पुत्र मोहम्मद हाशिम ने जवाँ से अलीगढ़ आकर मुस्लिम सेवा संघ के पदाधिकारियों को अपनी चोटें दिखाते हुए बताया कि दिनांक 24 जुलाई 2020 को जुम्मा नमाज की अजान देने के बाद वह 8 से 10 लोगों को नमाज पढ़ाने की तैयारी ही कर रहा था कि अचानक पुलिस आ पहुंची और इमाम को पकड़कर थाने ले गई और वहां जाकर एक दरोगा ने उसके साथ बेहद अमानवीय तरीके से मारपीट एवं गाली-गलौज की, इमाम मोहम्मद फिरोज ने अपने शरीर की चोटों को दिखाया और कहा कि मुझे पुलिस के पट्टे द्वारा पीटा गया है।

इस घटना को संज्ञान लेकर मुस्लिम सेवा संघ के प्रदेश सचिव शीराज अनवर एवं जिला अध्यक्ष फैजान खान ने अलीगढ़ के गणमान्य लोगों से बात की जिसमें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व सुन्नी थेलॉजी विभाग अध्यक्ष मुफ्ती जाहिद एवं पूर्व विधायक अलीगढ़ हाजी जमीर उल्लाह खान के साथ मिलकर दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की।

मुफ्ती जाहिद ने कहा कि मस्जिद के इमाम मोहम्मद फिरोज को नमाज पढ़ाने पर पुलिस कर्मी द्वारा पीटे जाने की घटना बहुत ही दुखद व ना काबिले बर्दाश्त बताया, इस तरह की घटनाओं पर विराम लगना चाहिए और उन्होंने आला अधिकारियों को संज्ञान लेने की कहा और दोषी पुलिस वाले के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।

पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खां ने कहा कि पुलिस द्वारा इमाम को पीटा जाना बहुत ही निंदनीय है इमाम का दर्जा हमारे धर्म में बहुत ऊंचा है और अगर पुलिस कर्मी इस तरह का दूर व्यवहार करेंगे तो समाज में पुलिस की भूमिका एवं छवि बिगड़ जाएगी, पूर्व विधायक ने कहा कि जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करें।

मुस्लिम सेवा संघ के प्रदेश सचिव शिवराज अनवर ने कहां की पीड़ित मोहम्मद फिरोज को इंसाफ मिलना चाहिए अगर पुलिस ने पिटाई की है तो यह बहुत ही निंदनीय है एवं किसी भी तरह से जायज नहीं है पुलिस को कानून के दायरे में रहकर कानूनी कार्रवाई करने का हक था ना कि किसी को पीटने एवं गालियां देने का, दोषी पुलिसकर्मी के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए।

मुस्लिम सेवा संघ के जिलाध्यक्ष फैजान खान ने कहा कि एक तरफ योगी जी उत्तर प्रदेश के उल्माओ, मौलवियों एवं इमामओं से प्रशासनिक स्तर पर अधिकारियों द्वारा बातचीत करने के लिए आदेश दे रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर कुछ पुलिसकर्मी एवं अधिकारी खुद कानून को हाथ में लेकर उन्हें इमामो मौलवियों और उलेमाओं के साथ अव्यवहार कर रहे हैं, इस तरह की घटनाओं पर योगी जी को सख्त कार्यवाही करनी चाहिए जिससे समाज में पुलिस पर लोगों का विश्वास बना रहे l

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