Photo :- हाजी जमीर उल्लाह खान
अलीगढ़ / पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान ने बताया कि 21 अप्रैल 2020 को साधु नेम सिंह अस्पताल में भर्ती हुए और 29 अप्रैल 2020 को इनको अस्पताल से यह कहकर निकाल दिया गया कि आप स्वस्थ हैं और घर जाइए घर रहिए फिर यह अपने वापस सासनी गेट में मंदिर गए तो मंदिर वालों ने इन्हें मंदिर में नहीं घुसने दिया और ना ही उन्हें वहा सोने दिया, वहां के कुछ हिंदु भाईयों ने नेताओं ने नौजवान लड़कों ने नेम सिंह तिवारी की सोने की व्यवस्था मरघट में की गई जहां पर मुर्दे जलाए जाते हैं, साधु नेम सिंह वही इलाज के अभाव एंव सरकार की लाररवाही में मरघट में ही तड़प तड़प कर मर गए, और यह खोखली सरकार केवल झूठ ही झूठ फैला रही है कोई सुनने वाला नहीं है कोई विपक्ष नहीं है और ना ही गरीब की कोई सुनवाई करने वाला है।
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