मण्डलायुक्त ने कोरोना संक्रमण के नियंत्रण हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा निर्देश ।





  
Photo:- मण्डल स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठ

अलीगढ़ / मण्डलायुक्त जी.एस. प्रियदर्शी की अध्यक्षता में कोविड-19 वायरस के संक्रमण से बचाव के संबंध में शिविर कार्यालय पर मण्डल स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में इंस्टिट्यूशनल एवं होम क्वारेन्टीन पर विशेष ध्यान देने, सोशल डिस्टेंसिग बनाये रखने, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बनाये रखने, डोर-टू-डोर आपूर्ति सुनिश्चित करने, दूध और दवाइयों की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित करने, आरोग्य सेतु ऐप लोड करने, प्रतिबंधित वस्तुओं की बिक्री न होने देने, कालाबाजारी न होने देने सहित लोगों को मास्क पहनने को आदत में लाये जाने पर विचार विमर्श किया गया। 
     
मण्डलायुक्त प्रियदर्शी ने कोरोना वायरस की चुनौती के दृष्टिगत क्वारेन्टीन किये गए व्यक्तियों पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्वारेन्टीन किये गए व्यक्तियों में से जो व्यक्ति ठीक हो गए हैं , जिनकी सेहत में अब कोरोना वायरस के लक्षण नही हैं उन पर भी विशेष निगाह रखने की आवश्यकता है। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देशित किया कि जो व्यक्ति क्वारेन्टीन अवधि को पूरा कर अपने अपने घरों को चले गए हैं उनका भी आँकड़ा जिला प्रशासन के पास रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के चलते जनपदों में जो भी संगठन और संस्थाएं पका हुआ भोजन वितरित करा रहे हैं उनकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाय और शिकायत मिलने पर तुरंत संज्ञान लेते हुए कार्यवाई भी की जाए। उन्होंने जनपदों को निर्देशित किया कि शासन के निर्देश पर और जनपदों में जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए कम से कम 25 से 30 सेम्पल जाँच के लिए प्रयोगशाला में अवश्य भेजे जाएँ। उन्होंने कहा कि वैसे तो सभी जनपद की सीमाएं सील हैं, आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित है, परन्तु फिर भी आपात परिस्थितियों में बाहर से आया व्यक्ति यदि संदिग्ध प्रतीत होता है तो उसकी तत्काल जाँच कराई जाय, इसमें लापरवाही कर अन्य व्यक्तियों के जीवन से कतई खिलवाड़ न किया जाए। यदि वह व्यक्ति जाँच में सहयोग नही करता है तो पहले उसे संक्रमण के बारे में समझाया जाए, अन्यथा की दशा में पुलिस प्रशासन का भी सहयोग लिया जाए। मण्डलायुक्त ने सभी जनपदों में सोशल डिस्टेंसिग का हर हालत में पालन कराए जाने के साथ ही लॉक डाउन को सफल बनाये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा लागू किया लॉक डाउन मजबूती के साथ लागू करना है,इसमें किसी प्रकार की शिथिलता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
     
मण्डलायुक्त जी एस प्रियदर्शी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोविड-19 से फैली विश्व व्यापी महामारी से बचने का एकमात्र उपाय सामाजिक दूरी ही है। प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वह राष्ट्रहित में कोरोना वायरस से बचाव हेतु अपने अपने घर मर अपनों के मध्य , परिवार के साथ अधिक से अधिक समय व्यतीत करें। चेहरे को मास्क से ढके रहने की आदत डालें, वर्तमान परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में प्रत्येक नागरिक के स्वास्थ के लिए यह परम आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हम अपनी नाक, मुँह को ढक कर संक्रमण से बचने में काफी हद तक कामयाब हो सकते हैं। मण्डलायुक्त ने बताया कि एक्सपर्ट की राय के मुताबिक आप किसी भी साफ कपड़े से तीन परतों वाला खुद का बनाया हुआ मास्क से चेहरे को ढक सकते हैं, इस प्रकार का बना मास्क धुलकर कई बार प्रयोग में भी लाया जा सकता है।
 
मण्डलायुक्त ने बताया कि कोरोना संकट की घड़ी में आरोग्य ऐप के माध्यम से संक्रमित व्यक्तियों से दूरी और पहचान की जा सकती है। उन्होंने जनपदों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि खाद्य वस्तुओं की आपूर्ति डोर टू डोर सुनिश्चित की जाए। जो भी मजिस्ट्रेट और अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है वह निरन्तर अपने अपने क्षेत्र में भ्रमण शील रहते हुए सोशल डिस्टेंसिग और लॉक डाउन का अनुपालन सुनिश्चित कराएं। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित कराएं। मण्डल के एक जनपद से अवैध शराब के बनाये जाने, भंडारण और वितरण का संज्ञान लेते हुए मण्डलायुक्त ने मण्डलीय अधिकारी आबकारी के विरुद्ध कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए प्रवर्तन कार्य मे तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा की इस प्रकार की शिकायतें प्राप्त होना विभगीय अकर्मण्यता का द्योतक हैं।
       
बैठक में अपर आयुक्त शमीम अहमद, नगर आयुक्त एस पी पटेल, संयुक्त विकास आयुक्त अतुल मिश्र, पुलिस अधीक्षक, उपायुक्त खाद्य, उपनिदेशक पंचायत, अपर निदेशक स्वास्थ, उपनिदेशक मंडी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।


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