बांग्लादेश को भारत के 1971 वाले रुख की जरूरत है. बांग्लादेशी राजदूत ने अपने देश के नागरिकों के भारत में अवैध घुसपैठ को लेकर भी तीखी प्रतिक्रिया दी l

 




  • बांग्लादेश के राजदूत सैय्यद मुअज्जम अली ने मंगलवार को कहा कि बांग्लादेश को भारत के 1971 वाले रुख की जरूरत है. बांग्लादेशी राजदूत ने अपने देश के नागरिकों के भारत में अवैध घुसपैठ को लेकर भी तीखी प्रतिक्रिया दी.

  • बांग्लादेशी राजदूत ने कहा कि भारत में चुनावी मौसम में बांग्लादेश के कथित अवैध प्रवासियों का मुद्दा उठाया जाता है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश चरमपंथ के खतरे का सामना कर रहा है और उसे सेक्युलरिजम की नींव मजबूत करने के लिए भारत की मदद की जरूरत है. भारत उसी उत्साह से हमारी मदद करे, जैसे 1971 के दौरान की थी.

  • सैय्यद अली ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, यहां बांग्लादेशी शरणार्थियों का इस्तेमाल कई राजनीतिक दल कर रहे हैं. पूर्वोत्तर भारत में हमारे यहां से बढ़ते प्रवासियों के लिए बांग्लादेश की बड़ी आलोचना होती है लेकिन मैं आपको बता दूं कि मेरे देश का कोई भी शख्स भूमध्यसागर तैर कर पार कर लेगा और इटली पहुंच जाएगा लेकिन भारत नहीं आएगा.

  • उन्होंने कहा, बांग्लादेश का हर नागरिक ऐसी जगह जाना चाहता है जहां पर वहां ज्यादा पैसे कमा सके लेकिन भारत में तो खुद प्रति व्यक्ति आय बहुत अच्छी नहीं है.

  • अली ने कहा कि बांग्लादेश ने भारत के आंतरिक घटनाक्रमों जैसे बाबरी मस्जिद-राम जन्मस्थान पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले और जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जा खत्म करने को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की बल्कि हमने समाज में चरमपंथ और अतिवाद के उभार के खिलाफ लोगों को आगाह भी किया.

  • अयोध्या की विवादित जमीन पर मंदिर बनाए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ढाका में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हुए थे. इस बारे में पूछे जाने पर अली ने कहा, हम भारत के आंतरिक घटनाक्रमों पर टिप्पणी करने को लेकर बहुत ही संयमित रहे हैं. बांग्लादेश में फिलहाल धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिवादी पार्टियां रही हैं और हमें उम्मीद है कि भविष्य में भी ऐसा ही रहेगा.

  • बांग्लादेशी राजदूत की यह टिप्पणी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बांग्ला नागरिकों को दीमक वाले बयान की आलोचना के तौर पर देखी जा रही है. हालांकि यह बयान काफी पुराना है. गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा चुनाव से पहले एक रैली में कहा था कि अवैध घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर निकाला जाएगा.

  • शाह ने अवैध घुसपैठियों की तुलना दीमक से करते हुए कहा था कि वे लोग देश के संसाधन खत्म कर रहे हैं. अमित शाह ने कहा था, 'अवैध घुसपैठिये दीमक की तरह होते हैं. वे खाना खा रहे हैं जो कि हमारे गरीबों को जाना चाहिए और वे हमारी नौकरियां भी ले रहे हैं. ये हमारे देश में विस्फोट कराते हैं जिसमें बहुत सारे लोग मारे जाते हैं.'

  • राजदूत ने अंत में कहा, ढाका ने पिछले साल 2.8 मिलियन पर्यटक भारत भेजे थे और भारतीय वीजा की शर्तों का उल्लंघन करने वाले और वीजा की अवधि से ज्यादा दिन वहां रुकने वाले नागरिकों की निगरानी की पूरी व्यवस्था है.

  • उन्होंने कहा कि 2020 में चेन्नै में एक नया डिप्लोमैटिक मिशन खोला जाएगा क्योंकि बांग्लादेश से कई मरीज इलाज के लिए चेन्नै जाते हैं. उन्होंने यह भी ऐलान किया कि बांग्लादेश अखुआरा-अगरतला रेल लिंक को भी खोलेगा / साभार :-आज तक 
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