देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों से आये हड्डी रोग विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिये और टूटी हड्डी को जोड़ने की अत्याधुनिक कृत्रिम विधि के बारे में बताया।

अलीगढ़ / अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहर लाल नेहरू मेडीकल काॅलेज के आर्थोपैडिक सर्जरी विभाग द्वारा उ.प्र. आर्थोपैडिक एसोसिएशन के तत्वाधान में आयोजित एक दिवसीय सीएमई एवं पेलवी एसिटाबुलर ट्रामा पर कार्यशाला में देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों से आये हड्डी रोग विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिये और टूटी हड्डी को जोड़ने की अत्याधुनिक कृत्रिम विधि के बारे में बताया।

कार्यशाला एवं सीएमई में पहली एसिटाबुलर इंजरी विशेषज्ञ पीजी आई चंडीगढ़, एम्स नई दिल्ली के प्रोफेसर विवेक त्रिरवा, पीसीआरआई हास्पिटल दिल्ली के डाॅक्टर यूके साधू और लखनऊ के डाॅक्टर अनूप अग्रवाल ने विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिये। विशेषज्ञों ने कृत्रिम हड्डी पर फ्रेक्चर फिक्सेशन विधियों का प्रदर्शन किया तथा संवाद सत्र के दौरान प्रतिभागियों के प्रश्न के उत्तर भी दिये।

आर्थोपैडिक सर्जरी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर नैयर आसिफ ने स्वागत भाषण में अतिथि चिकित्सकों का परिचय कराया। उन्होंने कहा कि सीएमई एवं कार्यशाला से पेल्वी एसिटाबुलर आघात को जहां और अधिकसमझने में मदद मिलेगी वहीं जटिल चोटो के उपचार में प्रतिभागियों के कौशल में सुधार करने में मदद करेगी।

उपस्थितजनों का आभार सीएमई एवं कार्यशाला के आयोजन सचिव डाॅक्टर सोहेल अहमद ने जताया। कार्यक्रम में आर्थोपैडिक विभाग के पूर्व एवं वर्तमान चिकित्सकों के अलावा सौ से अधिक प्रतिभागी चिकित्सक शामिल हुए।

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