मन्नत मांगने आने वाले मुसाफिरों द्वारा बड़ी तादात में पैसा चढ़ाया जाता है। इसी रुपए की वजह से खादिमों में बरसों से झगड़ा चला रहा

आगरा। विश्वदाय स्मारक बुलंद दरवाजा परिसर स्थित सूफी संत हजरत शेख सलीम चिश्ती की मजार पर विगत कई वर्षों से दो भाइयों रहीस मियां चिश्ती व खुर्शीद मियां चिश्ती में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। विगत कई वर्षों से रईस मियां पक्ष मजार शरीफ पर काबिज हैं। वहीं खुर्शीद मियां पक्ष के लोग मजार पर बैठने की जुगत लगाए हुए हैं। विगत वर्ष फरवरी में कोर्ट के आदेश के बाद भी खुर्शीद मियां पक्ष के खादिमों ने मजार शरीफ पर बैठने का प्रयास किया था। लेकिन पुलिस तैयार नहीं हुई तो उनके मंसूबे धरे रह गए।
दर्जनभर करीब नामजद
रविवार सुबह खुर्शीद मियां पक्ष के खादिम मजार शरीफ पर कब्जा लेने जा पहुंचे तो दूसरे पक्ष के खादिमों से तकरार हो गई। कहासुनी के बाद जमकर चले लाठी-डंडे से दरगाह परिसर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची सर्किल के फोर्स से पूर्व भी मजार पर कब्जा लेने पहुंचे खादिम भाग निकले। पुलिस ने पहले से बैठे घायलों को उपचार के लिए भेजा है। मजार शरीफ के सज्जादा नशीन पुत्र द्वारा थाना सीकरी में दर्जनभर करीब नामजद व अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दी है।
पर्यटकों में मची भगदड़
घटना रविवार प्रातः 8:45 बजे करीब की है। उस समय मजार पर पर्यटकों का आना जाना लगा हुआ था। वहीं मजार पर रईस मियां पक्ष के खादिम फईम कुरैशी व चांद कुरैशी, अनवार व अन्य के साथ बैठे हुए थे। तभी दूसरे पक्ष खुर्शीद मियां पक्ष के पूर्व खादिम अब्दुल कबीर के पुत्र वाकर, नासिर, बॉबी, बबलू, क़ासिर, जायद खान, ताजुद्दीन, हाजी मंटू, रहमान, फिरोज, शहजाद समेत करीब चार दर्जन लोग 100 नंबर की दोनों गाड़ियों को सूचना देकर मजार पर कब्जा लेने जा पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इनके साथ करीब 100 लोग थे, जिन्होंने जाते ही मजार पर कब्जा लेने के लिए अंदर घुस गए। दूसरे पक्ष के फईम कुरैशी व चांद कुरैशी ने अन्य लोगों के साथ विरोध किया तो मारपीट होने लगी। दोनों पक्षों में मारपीट के बाद चले लाठी डंडे। जिसमें फईम व चंद गम्भीर घायल हो गए। दरगाह परिसर में सैकड़ों लोगों को देखकर देसी विदेशी पर्यटकों में भगदड़ मच गई।
मौके पर पहुंची एएसपी दीक्षा शर्मा
सूचना के बाद मौके पर एएसपी दीक्षा शर्मा क्षेत्राधिकारी अछनेरा, नम्रता श्रीवास्तव सर्किल के फोर्स के साथ मौके पर पहुंची इससे पूर्व ही खुर्शीद मियां पक्ष के खादिम और उनके साथ आए लोग भाग निकले। पुलिस ने घायल हुए फहीम और चांद को उपचार के लिए भिजवाया। मजार शरीफ के सज्जादा नशीन रईस मियां के पुत्र शेफ़ फरीदी द्वारा दो दर्जनभर लोगों को नामजद करते हुए थाना सीकरी में मुकदमा दर्ज कराने के लिए रिपोर्ट सौंपी है।
चढ़ावे की रकम को लेकर जंग
हजरत शेख सलीम चिश्ती की मजार पर देशी विदेशी पर्यटक व मन्नत मांगने आने वाले मुसाफिरों द्वारा बड़ी तादात में पैसा चढ़ाया जाता है। इसी रुपए की वजह से खादिमों में बरसों से झगड़ा चला रहा है। सन् 2006 में रहीस मियां चिश्ती ने मजार पर कब्जा ले लिया था। तभी से खुर्शीद मियां पक्ष के लोग मजार शरीफ पर बैठने की जुगत पुलिस से लगा रहे हैं लेकिन कामयाब नहीं हो सके हैं।
पुलिस की भूमिका संदिग्ध
मजार शरीफ पर खुर्शीद मियां पक्ष के लोगों को आज मजार शरीफ पर बैठाने के पीछे सीकरी की 100 नंबर पुलिस की भूमिका मानी जा रही है प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है की सौ नंबर पुलिस ने ही मौके पर पहुंचकर नए खादिमों को बैठाने का प्रयास किया लेकिन दूसरे पक्ष के लोगों की भी संख्या अधिक होने के चलते बवाल हो गया और नए खादिम मजार शरीफ पर नहीं बैठ सके।
पर्यटक बिना दर्शन किए ही लौटे
रविवार प्रातः मजार शरीफ पर खादिमों के बीच हुए बवाल व मारपीट के पश्चात अफरा तफरी की स्थिति बन गई। करीब डेढ़ घंटे तक मजार शरीफ पर कोई भी देशी विदेशी पर्यटक नहीं पहुंच सका, बड़ी तादादत में पर्यटक मजार शरीफ के बिना दर्शन कर मायूस होकर लौट गए। करीब डेढ़ घंटे पश्चात पुलिस ने स्थिति को सामान्य किया तब जाकर पर्यटक मजार पर मन्नत मांगने पहुंच सके।
फिलहाल पुराने खादिम ही मजार पर बिठाए
थाना पुलिस ने बवाल के बाद पर्यटकों की सहूलियत के लिए रईस मियां पक्ष के आदमियों को मजार पर बिठा दिया है जो पर्यटकों को मजार पर चादर पोशी व मजार के इतिहास के बारे में जानकारी देंगे।
खादिमों पर सीसीटीवी कैमरे तोड़ने का आरोप
रविवार प्रातः मजार शरीफ पर कब्जा लेने पहुंचे खुर्शीद मियाँ पक्ष के खादिमों पर पहुंचते ही सीसीटीवी कैमरा को तोड़ने का आरोप है। यह तो सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद ही पता चलेगा कि कैमरे किसने तोड़ा लेकिन बवाल के दौरान कैमरों को तोड़ दिया गया है।
पुलिस नहीं पहुंचती तो होता बड़ा बवाल
मजार शरीफ पर कब्जा लेने पहुंचे खुर्शीद मियां पक्ष के सैकड़ों लोगों की संख्या देख दूसरे पक्ष के खादिम बदरुद्दीन कुरैशी द्वारा भी मोर्चाबंदी कर ली गई। दरगाह शरीफ पर मौजूद लोगों ने बताया कि उधर से बस्ती में भी सैकड़ों लोग जमा हो गए। एएसपी की सूझबूझ और सर्किल के फोर्स को देखकर बावल करने वालों के हौसले पस्त हो गए और वह आगे नहीं बढ़ सके। इससे दरगाह परिसर में बड़ी घटना होने से टल गई।
ये बोले अधिकारी
क्षेत्राधिकारी नम्रता श्रीवास्तव का कहना है कि विश्वदाय स्मारक हजरत चिश्ती की मजार पर बवाल करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है। नाम सामने आने के बाद कड़ी कार्रवाई होगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
साभार :पत्रिका

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