सूफियों ने अपने महान चरित्र से इस देश के वासियों के हृदय को जीत कर उन्हें इस प्रकार इस्लाम धर्म से परिचित कराया: प्रो. अंजुम

Photo :प्रो. गुलाम यहिया अंजुम 
अलीगढ़ /अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इस्लामिक स्टडीज़ विभाग द्वारा “भारत में चिश्ती सूफियों की सेवायें विषय पर प्रसार व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए जामिया हमदर्द नई दिल्ली के प्रोफेसर गुलाम यहिया अंजुम ने कहा कि भारत में सूफीइज़्म का इतिहास उतना ही प्राचीन है जितना भारत में इस्लाम का आगमन।
उन्होंने कहा कि सूफियों ने अपने महान चरित्र से इस देश के वासियों के हृदय को जीत कर उन्हें इस प्रकार इस्लाम धर्म से परिचित कराया कि हिन्दू धर्म गुरूओं ने अपने धर्म में सुधार की क्रिया प्रारंभ की जिसके परिणाम स्वरूप भक्ती आन्दोलन ने जन्म लिया।
भारत में प्रसिद्ध चिश्तिया, सुहरवरदिया, कादरिया, नक़्श बंदिया, जैसे प्रसिद्ध सूफी सिलसिलों पर प्रकाश डालते हुए अन्य सिलसिलों की भी चर्चा कीं।
प्रसार व्याख्यान की अध्यक्षता करते हुए कला संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर मसूद अनवर अल्वी ने प्रोफेसर गुलाम यहिया अंजुम के व्याख्यान की सराहना करते हुए कहा कि भारत में चिश्ती सिलसिले को जो ख्याति प्राप्त हुई उसकी दूसरी मिसाल नहीं मिलती जिसका कारण उसके मानने वालों का जनता से सीधा सम्पर्क तथा जन सेवा की भावना थी।
कार्यक्रम का शुभारंभ मोहम्मद अमीन के पवित्र कुरान के पाठ से हुआ संचालन डा0 अब्दुल मजीद खान ने किया। इस अवसर पर विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर उबैदुल्लाह फहद के अतिरिक्त बड़ी संख्या में अध्यापक, शोधार्थी तथा छात्र छात्रायें मौजूद थीं।

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