मोहम्मद साहब के जीवन पर हिन्दू तथा मुसलमान लेखकों ने काफी कार्य किया :प्रो. तारिक मंसूर

अलीगढ़ / अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इस्लामिक स्टडीज़ विभाग में आयोजित राष्ट्रीय सेमीनार का उद्घाटन करते हुए कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर  ने कहा कि मोहम्मद साहब के जीवन पर हिन्दू तथा मुस्लमान लेखकों ने काफी कार्य किया है परंतु उनके जीवन पर और अधिक शोध कार्य की आवश्यकता है।कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने सीरत लेखन के क्षेत्र में इस्लामिक स्टडीज़ विभाग का योगदान विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमीनार पर बोलते हुए कहा कि इस विभाग ने सीरत लेखन के क्षेत्र में जो कार्य किया है वह उत्कृष्ट होने के साथ सराहनीय भी है।
जामेअतुल फलाह के नाज़िम मौलाना मौहम्मद ताहिर मदनी ने कहा कि हज़रत मौहम्मद साहब का जीवन हमारे लिए एक नमूना है जिस पर चल कर दीन एवं दुनिया में सफल्ता प्राप्त की जा सकती हैं।प्रोफेसर मौहम्मद यासीन मज़हर सिद्दीकी ने मौहम्मद साहब के उस चरित्र पर प्रकाश डाला जिसको  सम्पूर्ण जगत को अपना कर जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त की।विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर उबैदुल्लाह फहद ने कहा कि सर सैयद तथा शिब्ली  के अलावा प्रोफेसर मौहम्मद यासीन मज़हर सिद्दीकी भी मौहम्मद साहब के जीवन तथा सेवाओं पर प्रकाश डालने वाले एसे सीरत लेखक है। जिनके उल्लेख के बगैर मौहम्मद साहब की सीरत पर लिखने वाले सीरत लेखकों की सूची पूर्ण नहीं हो सकती।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समाज विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर अकबर हुसैन ने इस आयोजन के लिए विभाग अध्यक्ष तथा अन्य आयोजकों को बधाई दी। कार्यक्रम के संयोजक डा0 जियाउद्दीन फलाही ने उपस्थितजनो का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ छात्र हाफिज़ मिस्बाह के पवित्र कुरान के पाठ से हुआ।

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