ए. एम. यू में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का समापन

अलीगढ़ / अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जाकिर हुसैन इंजीनियरिंग कालिज के एप्लाइड कैमिस्ट्री विभाग द्वारा “केमिस्ट्री, इंडस्ट्री एण्ड इन्वायरमेंट“ विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस के समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ साइंस बंगलौर के प्रख्यात विद्वान प्रोफेसर गौतम आर0 देसी राजू ने कहा कि किसी भी प्रगतिशील समाज की पहचान उसका वैज्ञानिक विकास है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश में व्याप्त अंधविश्वास के वातावरण का सबसे उपयुक्त उत्तर वैज्ञानिक दृष्टिकोंण का विकास है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल जीवन के प्रति तार्किक, बौद्धिक तथा उसूली दृष्टिकोंण को बढ़ावा मिलता है बल्कि यह दृष्टिकोंण उन लोगों के लिए भौतिक रूप से भी लाभप्रद होता है जो इसको अपनाते हैं। उन्होंने कहा कि अमुवि के संस्थापक सर सैयद अहमद खान ने कहा था कि मनुष्य की सभी समस्याओं का सबसे तर्कसंगत हल विज्ञान एवं टेक्नालोजी के ज्ञान की प्राप्ति में है।अपने अध्यक्षीय संबोधन में अमुवि कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि आज के युग में उद्योग तथा वातावरण मनुष्य के लिए बड़ी चिंता का विषय है क्यों कि आर्थिक विकास के लिए औद्यौगिकीकरण यद्यपि महत्वपूर्ण है परन्तु इससे वातावरण के प्रदूषण का घोर संकट उत्पन्न हो गया है। उन्होंने कहा कि वातावरण के संरक्षण के लिए हमें एकजुट होकर काम करने तथा उचित नियमों के प्रतिपादन की आवश्यकता है।इससे पूर्व कांफ्रेंस के उघाटन सत्र में प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कांफ्रेंस के स्मारिका तथा प्रोफेसर फैज मुहम्मद की किताब का विमोचन किया। उक्त किताब के संयुक्त लेखक डा0 शाहिद परवेज अंसारी हैं।मलेशिया की यूनिवर्सिटी पुत्रा के प्रोफेसर एम0 सैपुआन सालित ने कृषि उत्पादों के प्रयोग से सत्त बायोपैकेजिंग विषय पर अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि किस प्रकार बायोपॉलीमर अपशिष्ट प्रबंधन के सबसे विश्वसनीय साधन हो सकते हैं।मैसूर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अकील अहमद सैयद ने कपड़ा तथा पॉलीमर उद्योग से कारबन की उत्पत्ति को कम करने के साधन विषय पर अपने विचार व्यक्त किये।इस अवसर पर इंडियन रबर मैनुफैक्चरर्स रिसर्च एसोसिएशन के डा0 राजकुमार कासीलिंगम ने रबर उद्योग से जुड़े रसायन के क्षेत्र में संभावनाओं पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।कांफ्रेंस के आयेजन सचिव डा0 यासिर अजीम ने वायु, जल तथा मिट्टी के प्रदूषण पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।इस अवसर पर प्रोफेसर गौतम आर0 देसी राजू को क्रस्टल इंजीनियरिंग तथा हाइड्रोज़न बॉन्डिंग के छेत्र में उल्लेखनीय सेवांओं के लिए कुलपति प्रोफेसर तरिक मंसूर ने लाइफ टाइम अचीवमेंट एवार्ड से सम्मानित किया।

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