पत्रकारिता जनमानस में क्रांति का कार्य करती हैं, जिससे पुलिस को सत्यता तक पहुचने में आसानी मिलती है आई. पी. एस नीरज जादोन

  अलीगढ़। (जाकिर भारती) इण्डियन उर्दू जर्नलिस्ट एसोसिएशन के तत्वावधान में राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के कृष्णांजलि नाट्यशाला में 18वां राष्ट्रीय उर्दू पत्रकार सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. रक्षपाल सिंह द्वारा की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व सांसद चौ० विजेन्द्र सिंह एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में एडीएम सिटी श्याम बहादुर सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट नलिनीकान्त सिंह, पूर्व अध्यक्ष प्रदेश महिला कांग्रेस प्रतिमा सिंह, प्रदेश महासचिव प्रगतिशील सपा सुभाष लोधी, पूरनमल प्रजापति, सूरजपाल सिंह राना, प्रदीप सक्सैना हिन्दुस्तान टाइम्स, गौरव सिंह सम्पादक दैनिक पारदर्शी खबर, आर.पी. शर्मा संवाददाता आज जाकिर भारती आदि मौजूद रहे।        कार्यक्रम का शुभारम्भ आईपीएसध् एएसपी नीरज सिंह जादौन ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में स्कूली छात्र-छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान किया। कार्यक्रम में अपने विचार प्रकट करते हुए आर.पी. शर्मा ने कहा कि पांच प्रकार से प्रेस, पुलिस, प्रशासन, पॉलिटीशियन एवं पब्लिक मिलकर देश में लोकतंत्र को जीवित रखने का कार्य करती है। कार्यक्रम संयोजक मुबीन खान ने इस आयोजन में पांचों संजोगों को जोड़कर एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है।        कार्यक्रम की अगली कढ़ी में अपने विचार प्रस्तुत करते हुए एडीएम सिटी श्याम बहादुर सिंह ने कहा कि उर्दू कोई मुस्लिम भाषा नहीं है। जैसे हिन्दी भाषा है, संस्कृत भाषा है, अंग्रेजी भाषा है वैसे ही उर्दू भी एक भाषा है इसे किसी जाति विशेष से जोड़ना गलत है। जब तक हम उर्दू को एक जाति विशेष से जोड़ते रहेंगे तब तक उस भाषा की तरक्की संभव नहीं है।        इस दौरान आईपीएस नीरज सिंह जादौन ने कहा कि पत्रकारिता जनमानस में क्रांति का कार्य करती है जिससे पुलिस को सत्यता तक पहुंचने में आसानी होती है। आईपीएस द्वारा अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा गया कि कई मामलों में मीडिया द्वारा सच्चाई को इस तरह दिखाया जाता है जिस पर हमें कार्यवाही करने में आसानी होती है। उन्होंने कार्यक्रम आयोजक मुबीन खान को सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समय-समय पर होते रहने चाहिए जिससे हमारे बौद्धिक ही नहीं सामाजिक विचार भी सद्भाव की ओर अग्रसर हों।        कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चौ० विजेन्द्र सिंह ने कहा कि देश की अखण्डता, एकता को कायम रखने के लिए आपसी भाईचारा बनाए रखने के लिए उर्दू भाषा और, हिन्दी भाषा दोनों को एक ही नजर से देखना होगा तभी देश में साम्प्रदायिक ताकतें कमजोर होंगी।        वहीं विशिष्ट अतिथि प्रतिमा सिंह ने कहा कि उर्दू काफी मीठी बोली है जिसे बोलने से आपसी प्रेम और भाईचारा बढ़ता है। उन्होंने कार्यक्रम आयोजक एवं सफल संचालन के लिए उर्दू जर्नलिस्ट एसोसिएशन के सभी पदाधिकारियों को बधाई दी।        कार्यक्रम अध्यक्ष डा. रक्षपाल सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि मुबीन खान द्वारा किए गए अथक प्रयासों के कारण राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी में 18वां राष्टकृय उर्दू पत्रकार सम्मेलन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। मुबीन खान द्वारा किए गए 18 वर्षों के प्रयासों में इस वर्ष का आयोजन सबसे सफल आयोजन हुआ है। जहां उर्दू को आगे बढ़ाने के लिए जोर दिया गया है। कार्यक्रम का संचालन मुशर्रफ हुसैन मजहर द्वारा किया गया।        कार्यक्रम में सभी गणमान्य व्यक्तियों को शॉल उढ़ाकर सम्मानित किया गया।

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