दिल्ली की जमा मस्जिद दुनिया की खूबसूरत मस्जिदों में एक

Photo (Wattsup) 
नई दिल्ली /जामा मस्ज़िद हिंदुस्तान ही नही पूरे दुनिया की सबसे बड़ी और खूबसूरत मस्जिदों में से एक है। शाहजहाँ ने इसे 1644 में बनवाया था इसके तामीर का काम सादुल्लाह खान ने करवाया जिसमे 5000 से ज़्यादा कारीगरों ने काम किया।
इसे बनने में 6 साल का समय और 10 लाख रु.लगे थे
इसमे तीन बड़े दरवाजे है सामने वाला शाही दरवाज़ा जिसमे 35 सीढियां है। बाएं तरफ के दरवाजे पर 39 सीढियां और दायीं तरफ के दरवाजे पर 33 सीढियां है।
इसमे एक साथ 25000 लोग एक साथ नमाज़ पढ़ सकते है।
मस्ज़िद की इमामत के लिए शाहजहाँ ने बुखारा उजेबकिस्तान से ईमाम को बुलाया। बुखारा से होने की वजह से इमाम को इमाम बुखारी की उपाधि मिली। आज भी उन्ही की पीढ़ी इस शाही मस्ज़िद की इमामत करती है।
जमा मस्ज़िद पर दो बार हमला भी हुआ इसने अंग्रेजों की गोलियां भी झेली है आतंकियों के बम भी झेले है। पहली बार 1857 में अंग्रेजों ने इस पर क़ब्ज़ा कर के गिराने की कोशिश की लेकिन नाकामयाब हुए दूसरी बार 2006 में इस मस्जिद पर आतंकी हमला भी हुआ जिसमें दो ताइवान नागरिक के साथ 13 लोग घायल हो गए थे।
इन सब के बावजूद इसकी खूबसूरत गुंबद सर उठाये आज भी खड़े है। ऊंची मीनारें बाहें फैलाये आज भी शान से खड़ी है और हमेशा यूँ ही खड़ी रहेंगी मुगल सल्तनत के खूबसूरत दौर की याद दिलाती रहेंगी...

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