तलाक दे तो रहे हो गुरुर व कहर के साथ, मेरी खुशियां भी लोटा दो मेहर के साथ

अलीगढ़ /महिलाओं का दर्दः तलाक़, घरेलू हिंसा, मान व सम्मान न देना बीमार मानसिकतासंसद के बाद अब नुमाइश में उच्च शिक्षा प्राप्त महिलाओ और पुरुषों के बीच गरमागरम बहस सुनने को मिली। तलाक़ दे तो रहे हो ग़ुरूर व क़हर के साथ,मेरी ख़ुषियां भी लौटा दो मेरी मेहर के साथ। कृषि एवं औद्योगिक प्रदर्शनी अलीगढ़ के मुक्ताकाश मंच पर स्वास्थ्य सम्मेलन में बताया गया कि स्वस्थ्य शरीर में स्वस्थ्य मस्तिष्क होता है जिसमें अच्छे विचार पैदा होते है। अतः अगर स्वस्थ्य समाज बनाना होगा तो हर लड़की को पढ़ाकर उसे सामाजिक, आर्थिक तौर पर ताक़तवर बनाना होगा ताकि वह खु़द अपना मान सम्मान व अधिकार हासिल कर सके। इसलाम धर्म में महिला के पैर तले जन्नत बताया गया है।
जब लड़की को पै।दा होते ही मार देते थे तब मौहम्मद साहब ने लड़की पैदा हो7ने पर बरकत, रहमत और परिवार में ख़ुशीयां लाने वाला बताया। पुरुषों में बेरोज़गारी, ग़रीबी, डिप्रेशन व सामाजिक कुरीतियों के चलते महिलाओं का उत्पीड़न होता है।
पदमश्री व यषभारती पुरुस्कारों से सम्मानित प्रोफ़ेसर सैयद ज़िल्लुररहमान की अध्यक्षता में हुई इस हैल्थ कांफ़्रैस में विशिष्ट अतिथि और अलीगढ़ के एसएसपी की पत्नि स्वाति राव ने कहा कि महिलाओं को उत्पीड़न सेहने की ज़रूरत नही फ़ौरन 100 न. पर पुलिस को सूचित करने और हिम्मत कर मुजिरम को पकड़वाने की ज़रूरत है। महिलाओं को सिविल सर्विस और पुलिस में भर्ती होकर महिला उत्पीड़न ख़तम करवाने में पुलिस को सहयोग करना चाहिये। जमुख्य अतिथि सोषल एक्टीविस्ट एवं हिमालया डग एवं रिसर्च कंपनी के डायरेक्टर डा0 सैयद फ़ारुक साहब  अपने एक संदेश में कहा यनूनी सिस्टम ऑफ़ मेडिसिन के ज़रिये बगैर साइड इफ़ैक्ट के जता की स्वास्थ्सय सेवा कर रहे हैं। यूनानी एवं आयुर्वेदिक सिस्टम ऑफ़ मेडिसिन‘‘ पर व्याख्यान प्रेशित करेंगे। विषिश अतिथि ख़्वाजा शाहिद आइएएस ने कह कि हम देश में कारवां निकाल कर बुराइयों से रोकने और सबको शिक्षा दिलाने का प्रयत्न कर रहे हैं। नेशनल लॉ कालिज के प्रोफ़ेसर और एएमयू स्टूडेंट यूनियन के पूर्व अध्यक्ष हफ़ीज़ गांधी ने कहा कि महिलाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त कर ख़ुद अपना मुक़ाम समाज में मनवाना पड़ेगा।
उ0प्र0 रालोद अध्यक्ष डा0 मसूद अहमद  ने कहा मैंने अपने शिक्षा मंत्री के कार्यकाल में महिलाओं को शिक्षा देन का कार्य को प्राथमिकता दी थी। प्रो0 नसीम अहमद ने कहा कि महिलाओं को निडर और हिम्मत वाला एवं अपने ख़ुद फ़ैसला लने वाला बनना चाहिये।
मुख्य वक्ता टीकाराम गर्ल्स कालिज की प्रिंसिपल डा0 लकी गुप्ता लड़कियों को समाज में सेफ़िटी और सिक्योंरिटी के टिप्स दिये। मुख्य अतिथि गगन ग्रुप ऑफ़ कालिजिज़ की डारेक्टर श्रीमति शशीबाला ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी के फ़ाउंडर सर सय्यद अहमद ख़ां और अब्दुल्लाह कालिज के पापा मियां को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मैं आज जो कुछ हूं उन्हीं की देन हूं।  वरिष्ठ प्रोफ़ेसर ज़किया अतहर सिददीक़ी, प्रोफ़ेसर समीना ख़ान, प्रो0 सुबूही ख़ान, प्रो0 प्रोफ़ेसर आसिया चौधरी, डा0 आयशा मुनीर, डा0 सुंबुल रहमान, डा0 क़ुर्रतुल एैन अली, ईमा सालार, डा0 शाहिदा परवीन, निगार सुलताना, बुशरा मसूद, जोनी फ़ास्टर, आईआइएम अहमदाबाद के प्रो0 नरेन्द कुमार, ज़ियाउर्ररहमान, डा0 आयषा मुनीरा ने ओजस्वी भाषण दिये। अनवार वारसी, संभल के शहज़ाद ख़ान, मौलाना मुहम्मद मियां मौजूद रहे। धन्यवाद प्रो0 सुबूही ख़ान, संचालन डा0 मसूद अहमद ने किया।

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