विशिष्ट उपयोगकर्ताओं जरूरतों को पूरा करने के लिए विशेष पुस्तकालयों की अति आवश्यकता: प्रो. तारिक मंसूर

अलीगढ़ / अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के लाइब्रेरी एण्ड इंफोरमेशन साइंस विभाग द्वारा “सूचना सेवाओं और पुस्तकालयों के समक्ष चुनौतियां रणनीति और टूल्स” विषय पर मौलाना आजाद लाइब्रेरी में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि वर्तमान समय में सूचना तकनीक के युग में लाइब्ररी पेशेवरों के लिए प्रासंगिक जानकारी जुटाना और उसे उपयोगकर्ताओं तक पहुॅचाना प्रमुख चुनौतियों में से एक है।कुलपति ने कहा कि विशिष्ट उपयोगर्ताओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए विशेष पुस्तकालयों की अति आवश्यकता है। प्रोफेसर मंसूर ने आशा जताई कि यह कांफ्रेंस आई0सी0टी0 के उद्धभव के कारण पुस्तकालयों के सामने आने वाली समस्याओं और चुनौतियों को समझने में मददगार साबित होगा और देश-विदेश से पधारे युवा विद्वानों को ज्ञान साझा करने का मंच प्रदान करेगा।मुख्य अतिथि भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय में टेगौर नेशनल फैलो प्रोफेसर पी0बी0 मंगला ने कहा कि वह गत चालीस से अधिक वर्षो से ए0एम0यू0 के लाइब्रेरी एण्ड इंफोरमेशन साइंस विभाग से जुड़े रहे हैं। उन्होंने लाइब्रेरी साइंस के भीष्मपितामह रंगानाथनको उधृत करते हुए कहा कि पुस्तकालय का अंतिम कार्य “सेवा, सेवा और सेवा“ है। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय पेशावरों को सक्रिय होना चाहिए। समर्थ सेवा प्रदत्त होना चाहिए और प्रभावी पुस्तकालय सेवाए प्रदान करने के लिए आई0सी0टी0 का सबसे अच्छा उपयोग करना चाहिए। प्रोफेसर मंगला ने ए0एम0यू0 में कांफ्रेंस के आयेजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसमें भाग लेने वाले पुस्तकालय पेशेवर और शोधकर्ता आई0सी0टी0 की मदद से पुस्तकालयों के समक्ष आने वाली चुनौतियों का समाधान करेंगे।मुख्य वक्ता अमेरिका की शिकागो स्टेट यूनिवर्सिटी से पधारे प्रोफेसर गैब्रिएल गोमेज़ ने डिजिटल युग में सभी के लिए जानकारी पहुॅचाने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा क डिजिटल डिवाइड के अंतर को पाटने में पुस्तकालयों का महत्वपूर्ण योगदान है।कांफ्रेंस के निदेशक प्रोफेसर नौशाद अली पी0एम0 ने कहा कि पुस्तकालय समाज को ज्ञान प्रदान करने का एक अनिवार्य उपकरण है। उन्होंने कहा कि आई0सी0टी0 के उद्धभव के कारण पुस्तकालयों में भी बदलाव आया है।
प्रोफेसर नौशाद ने कहा कि विभिन्न पुस्तकालयों सेवाओं को भी आई0सी0टी0 के विकास के साथ बदलना चाहिये।कांफ्रेंस की संयोजक एवम विभाग की अध्यक्ष डा0 सुधर्मा हरिदासन ने स्वागत भाषण में कहा कि प्रस्तावित विषय सूचना पेशेवरों और लाइब्रेरी की महत्वपूर्ण समस्याओं को हल करने में मदद करेगा।कांफ्रेंस की आयोजन सचिव डा0 निशात फात्मा ने कांफ्रेंस के आयोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।उद्घाटन सत्र के दौरान कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर, समाज विज्ञान संकाय के डीन प्रोफेसर अकबर हुसैन व अन्य अतिथिगणों ने स्मारिका का विमोचन किया। उपस्थितजनों का आभार सह संयोजक डा0 एम0 मासूम रजा ने जताया। संचालन डा0 मुजम्मिल मुश्ताक ने किया। कांफ्रेंस में कश्मीर वि0वि0 के प्रोफेसर एस0एम0 शफी, दिल्ली विश्वविद्यालय के लाइब्रेरियन डा0 डी0वी0 सिंह, बंगलादेश के प्रोफेसर मेज़बाहउल इस्लाम, पंजाब यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर प्रीति महाजन सहित देश-विदेश के विभिन्न हिस्सों से प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। यह कांफ्रेंस आई0सी0एस0एस0आर0 और आर0आर0आर0एल0एफ0 के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।

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