पिछलग्गू परंपराओ को उखाड़ फेंकने की अवश्यकता

आज राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी में अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग महासंघ का सम्मेलन हुआ सम्मेलन को संबोधित करते हुए महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नरेश प्रताप सिंह जी ने कहा कि आज स्वतंत्रता प्राप्ति के 72 वर्ष के पश्चात भी पिछड़े वर्ग की स्थिति में कोई सुधार नहीं है उसकी स्थिति आज भी दयनीय बनी हुई है भारतवर्ष में अनुसूचित एवं पिछड़े वर्ग को एक सूत्र में बांधने का समय आ गया है आज सदियों पुरानी रुड़ीवादी एवं पिछलग्गू परंपराओं को उखाड़ फेंकने की आवश्यकता है सरकारी सेवाओं में पिछड़ा वर्ग की भागीदारी को सुनिश्चित करने मैं सरकार कोई रुचि नहीं ले रही है भारत के शिक्षा के व्यापारी करण को रोककर समान शिक्षा की महती आवश्यकता है मुख्य वक्ता श्री लालसिंह पीपल नि सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पिछड़े वर्ग में प्रतिधित्व करने की क्षमता का विकास होना बहुत जरूरी है अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग महासंघ के मुख्य उद्देश्य की प्राप्ति हेतु पिछड़ा वर्ग के कुशल नेतृत्व की अति आवश्यकता हैसम्मेलन के मुख्य अतिथि श्री अशोक यादव प्रमुख उद्योगपति मुख्य वक्ता श्री लालसिंह पीपल विशिष्ट अतिथि चौधरी हरपाल सिंह अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन जय सिंह सुमन सूरज पाल सिंह आई पी कश्यप जवाहरलाल बघेल पंकज कुमार सूर्यवंशी प्रेमपाल सिंह प्रजापति शीलू चंदेल मंजू बघेल निशा गौतम चेतन स्वरूप राजोरिया नि सम्मेलन को संबोधित करते हुए पिछड़ों के उत्थान पर जोड़ दियाकार्यक्रम की अध्यक्षता विज्ञान डॉ आर स्वरूप लोधी तथा संचालन श्री सत्यवीर सिंह श्री हरेंद्र सिंह श्री महेंश चंद्र लोधी ने किया।अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग महासंघ के सम्मेलन में मुख्य रूप से सुरेश चंद्र लोधी रामवीर सिंह यादव यशपाल यादव चंद्रबोस निराला हरेंद्र सिंह राजेंद्र सिंह रमेश चंद्र विद्रोही नेक्से लाल धनगर मूलचंद्र यादव वीरपाल सिंह प्रजापति राजेंद्र सविता विपिन कुमार विकास यादव प्रदीप कुमार यादव विनीत यादव अशोक सेवी रजत कुमार सुनपत सिंह रमेश चंद्र वर्मा चरण सिंह टेलर रोशनी सिंह कामिनी कपूर आदि उपस्थित रहे

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