एक दिवसीय मण्डलीय कार्यशाला का शुभारंभ

अलीगढ़ / मण्डलायुक्त अजय दीप सिंह ने आज यहां कमिश्नरी सभागार में समुदाय आधारित पाईप पेयजल योजनाओं के संचालन, अनुरक्षण से सम्बन्धित एक दिवसीय मण्डलीयकार्यशाला का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर करते हुएकहा कि प्रदेश सरकार द्वारा  ग्रामीण क्षेत्रों में समुदायआधारित पाईप पेयजल योजना के संचालन एवं अनुरक्षणनीति-2018 जारी कर दी गयी है, जिसके तहत ग्रामवासियोंको शुद्ध, स्वच्छ एवं पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्धकराया जाना है। उन्होंने कहा कि एकल ग्राम योजना केतहत एक ग्राम पंचायत एवं बहुग्राम पंचायत योजना केतहत एक से अधिक ग्राम पंचायतों की जनता को पाइपद्वारा पेयजल की आपूर्ति कर लाभान्वित किया जाना है।
उन्होंने कहा कि पूर्व में यह योजना जल निगम द्वारासंचालित थी, निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात आपरेटिंगप्रोसीजर न होने से लोगों को योजना का वास्तविक लाभनहीं मिल पा रहा था। इस कमी को दूर करने के लिए नईनीति लागू की गयी है।
     श्री सिंह ने बताया कि एकल ग्राम योजना एवं बहुलग्राम योजना के तहत ग्रामवासियों को शुद्ध पेयजल कीआपर्ति के साथ-उसका संचालन एवं अनुरक्षण का कार्यग्राम पंचायतों में गठित स्वच्छता एवं संचालन समिति द्वाराकिया जाएगा। एकल ग्राम योजना के तहत एक ग्राम एवंबहुल ग्राम योजना के तहत एक से अधिक ग्रामों के सदस्योंद्वारा यह समिति संचालित होगी जिसमें महिला, पिछड़ा वर्गएवं अनुसूचित जाति का एक-एक सदस्य, ग्राम प्रधानअध्यक्ष व ग्राम पंचायत सचिव सदस्य सचिव तथा एकव्यक्ति वालिन्टियर के रूप में कार्य करेंगे। उन्होंने बताया किसमुदाय आधारित ग्रामीण पाइप पेयजल योजना के तहतस्वयं ग्राम पंचायतों की समिति जल निगम के साथ बैठककर योजना तैयार करेंगे। पाइप पेयजल योजना की पूर्णसंचालन, उसके रखरखाव एवं राजस्व वसूली का कार्य ग्रामपंचायतों द्वारा किया जाएगा।उन्होंने जनपद हाथरस केकुछ क्षेत्रों में खारे पानी की समस्या से निपटने तथा उनकेलिए शुद्ध पेयजल की उपलब्धता के लिए कार्ययोजनातैयार करने के निर्देश दिये।
     राज्यस्तरीय प्रशिक्षक नीरज गोविन्द ने कार्यशाला कोसम्बोधित करते हुए कहा कि योजना के तहत ओवरहैडटैंक, ट्यूबवैल के निर्माण तथा सभी परिवारों तक जलवितरण की व्यवस्था के मद््देनजर परियोजना की आयएवं व्यय का आकलन करते हुए प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे।संचालन समिति के सदस्यों को वार्ड आवंटित किए जाएंगेजो वार्डों में आने वाली जल आपूर्ति से सम्बन्धितसमस्याओं का निदान कराएंगे। प्रत्येक माह ग्राम पंचायतपेयजल एवं स्वच्छता समिति की बैठक करते हुए उनकीकार्यवृत्ति जारी कर जिला पेयजल एवं स्वच्छता समिति कोअवगत कराया जाएगा। सभी समितियों में स्टॉक एवंशिकायत रजिस्टर रखे जाएंगे।
     प्रशिक्षक रमाशंकर ने बताया कि पंचायतीराज विभागद्वारा वित्त आयोग एवं राज्य वित्त आयोग मद की धनराशिका एक तिहाई भाग सम्बन्धित ग्राम पंचायतों द्वारा ग्रामीणपेयजल योजनाओं के संचालन एवं अनुरक्षण हेतु मात्राकितकिया जाएगऔर
    इस अवसर पर संयुक्त विकास आयुक्त अतुल मिश्र,मुख्य विकास अधिकारी कासगंज ने भी कार्यशाला कोसम्बोधित किया। कार्यशाला में ग्राम प्रधान, खण्ड विकासअधिकारी, द्वारा प्रतिभाग किया

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