मुस्लिम समाज की लड़कियों के लिए अलग से स्कूल कॉलेज खोलने का आह्वान किया

 


मौलाना सैयद अरशद मदनी ने षडयंत्र के तहत मुस्लिम लड़कियों को निशाना बनाने पर सवाल खड़े किए और मुस्लिम समाज की लड़कियों के लिए अलग से स्कूल कॉलेज खोलने का आह्वान किया। मदनी ने कहा कि बच्चियों के लिए कक्षा आठ से अलग स्कूल खोले जाएं।

उन्होंने ये बातें जमीयत उलमा-ए-हिंद (अरशद मदनी गुट) द्वारा आयोजित सम्मेलन में कहीं। इस सम्मेलन में बालिकाओं के लिए कक्षा आठ के बाद अलग स्कूल खोले जाने, मतदाता जागरुकता अभियान चलाने, वोटर लिस्टों में नए नाम जुड़वाने सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। इस दौरान वेस्ट यूपी के 17 जिलों के पदाधिकारियों ने और सदस्यों ने भाग लिया। सम्मेलन में विचार विमर्श के बाद विभिन्न प्रस्ताव सर्वसम्मति से हाथ उठाकर अपनी सहमति जताई।


ईदगाह रोड स्थित मदनी मेमोरियल स्कूल में सोमवार को आयोजित जमीयत के सम्मेलन में वेस्ट यूपी के पदाधिकारियों व प्रदेश कार्यकारिणी के सक्रिय सदस्यों ने भाग लिया। सम्मेलन में देश में अच्छे माहौल की स्थापना करने में अपना सहयोग देने, बालिकाओं के लिए कक्षा आठ के बाद अलग स्कूल खोले जाने, मतदाता जागरुकता अभियान चलाने, वोटर लिस्टों में नए नाम जुड़वाने सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। सम्मेलन की अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष मौलाना अशहद रशीदी और संचालन मुफ्ती अशफाक कासमी ने किया। इस दौरान मौलाना अजहर मदनी, मौलाना हबीबुल्लाह मदनी और हाफिज अब्दुल कुद्दूस हादी सहित अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया।

देवबंद में सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे जमीयत के प्रांतीय अध्यक्ष मौलाना अशहद रशीदी ने कहा की में जमीयत उलमा-ए-हिंद की स्थापना का मूल उद्देश्य राष्ट्र एवं देश सेवा के साथ इस्लामिक संस्कारों की रक्षा करना है। कहा की जमीयत लोकतंत्र की मजबूती के लिए मैदान में डटी हुई है। इस दौरान उन्होंने जमीयत ने 8 बिंदुवार कार्यक्रमों की रूपरेखा का ब्योरा तैयार कर जिले के पदाधिकारियों से अपने जनपद में इन पर कार्य करने का आह्वान किया।











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