अलीगढ़, 07 सितम्बर 2022। जिलाधिकारी इन्द्र विंक्रम सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, आयुष्मान भारत, पीएमएमवीवाई योजना, जननी सुरक्षा योजना, नियमित टीकाकरण, राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, जन्म-मृत्यु पंजीकरण आदि कार्यक्रमों के प्रगति की समीक्षा की गई। इस दौरान डीएम ने जननी सुरक्षा योजना के शत-प्रतिशत लाभार्थियों का भुगतान समय से सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कार्य की खराब प्रगति पर फटकार लगाई गयी, साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों योजनाओं में तेजी लाने के निर्देश भी दिए। बैठक के दौरान डीएम ने कहा कि प्रत्येक गर्भवती के पंजीकरण के साथ उनकी चार बार जांच अवश्य की जाए और उनकी समीक्षा प्रत्येक एएनएम वार की जाए। साथ ही यह सुनिश्चित कि जाए कि सभी लाभार्थी को इसका लाभ मिले। इसके साथ उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं जैसे गर्भवती पंजीकरण, बच्चों का टीकाकरण का आरसीएच पोर्टल पर शत प्रतिशत पंजीकरण अवश्य किया जाए।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये गये कि अतरौली 100 शैयया हास्पीटल की एक्सरे मशीन एवं टैक्नीशियन जो ट्रामा सेंटर पर भेजी गयी थी, ट्रामा सेंटर के विधिवत संचालित न होने के कारण उसे वापस यथावत स्थापित कर कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना जैसी विभिन्न कार्यक्रमों को लेकर स्वास्थ्य विभाग काफी पिछड़ा हुआ है। इसमें सुधार की आवश्यकता है। बैठक में जिलाधिकारी एवं सीडीओ ने विश्वास व्यक्त किया कि उनके नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग एक बार पुनः अपनी योजनाओं को गति प्रदान करेगा।
डीएम द्वारा स्वास्थ्य समिति की बैठक में लोधा, गभाना, बिजौली की ओपीडी एवं गभाना व गोंडा में आईपीडी कम रहने पर असंतोष व्यक्त किया गया। जननी सुरक्षा योजना में लाभार्थियों को समय से लाभान्वित न किये जाने पर चिन्ता व्यक्त की गयी। डीएम ने प्रसव के दौरान हो रहीं असमय मौत की ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिये। प्रधानमंत्री मात्ृ वंदन योजना में ऑनलाइन फीडिंग का कार्य असंतोषजनक पाये जाने पर अकराबाद, बिजौली, गंगीरी एवं अर्बन पीएचसी के स्टाफ को हटाने के निर्देश कर नवीन तैनाती किये जाने के निर्देश दिये गये। अंधता निवारण कार्यक्रम में लक्ष्य से कहीं पीछे रहने पर संबंधित को प्रतिकूल प्रविष्टि निर्गत करने के भी निर्देश दिये गये। आशाओं के खाली पदों पर तत्काल चयन किये जाने एवं निष्क्रिय हैल्थ एण्ड वैलनेस संेटर को सक्रिय किये जाने के लिये भी कहा गया। ई कवच एप पर गोडा, धनीपुर एवं बिजौली की स्थिति खराब पाई गयी वहीं जननी सुरक्षा योजना में भुगतान न होने पर लापरवाह प्रभारी चिकित्साधिकारियों को डीएम के गुस्से का कोप भाजन बनना पडा। सरकार द्वारा संचालित विभिन्न प्रकार की लाभार्थीपरक योजनाओं में काफी पीछे होन पर एमओआईसी बिजौली के विरूद्व आरोप पत्र निर्गत करने के निर्देश सीएमओ को दिये गये। ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति में उपलब्ध धनराशि का समुचित सदुपयोग करने के भी निर्देश दिये गए।
उन्होंने सीएमओ को निर्देशित किया कि खराब प्रगति वाले सीएचसी व पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारियों के विरूद्व आवश्यक कार्यवाही करते हुये जल्द से जल्द अवगत कराया जाए। साथ ही अनुपस्थित पाए जाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित की जाए। उन्होंने सीएमओ को निर्देशित किया है कि अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दुर्गेश कुमार नियमित रूप से सीएचसी/पीएचसी का निरीक्षण करे और लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनवाएं और वहां की समस्याओं का निराकरण करायें। इसके अलावा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत लक्ष्य को प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने सभी ब्लाक के प्रभारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी लोग अपने-अपने क्षेत्र में पीएमएमवीवाई के तहत सरकारी अस्पतालों में योजनाओं को लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दी जा रही धनराशि का सदुपोग किया करें। इसके अलावा धनराशि का सदुपयोग न किया जाए इन विशेष मुद्दों पर चर्चा की गई।
सीडीओ अंकित खंडेलवाल ने कहा कि जिले में जितनी भी आशाएं काम कर रही हैं, वह आयुष्मान भारत व गोल्डन कार्ड को से संबंधित समस्याओं को अवगत करायें ताकि उनका निराकरण किया जा सके। उन्हें जिस प्रकार के भी प्रशासनिक सहयोग की आवश्यकता होगी, वह समय-समय पर प्रदान किया जाएगा। जिले में बच्चे कुपोषण का शिकार न हों, इसके लिए संबंधित विभाग ऐसे बच्चों की पारिवारिक हालत को सुधारने के लगातार प्रयास कर रहा है। साथ ही उनके परिजनों को शासन से संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है। सीडीओ ने जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रैयस कुमार को निर्देश दिया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों का विवरण एक अलग रजिस्टर में दर्ज करें। इसमें उन बच्चों के परिवार की सामाजिक व आर्थिक स्थिति का भी जिक्र करें। इसके साथ ही कुपोषित या अति कुपोषित चिह्नित बच्चों के परिवार के पास यदि समुचित आवास नहीं है तो उन्हें लाभान्वित किया जाए।
सीएमओ डॉ. नीरज त्यागी ने आश्वस्त किया कि वे सभी का सहयोग प्राप्त करते हुए स्वास्थ्य विभाग को बेहतर कार्य करने के लिए और जन सामान्य को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। डब्ल्यूएचओ के एसएमओ वीपी सिंह व यूनिसेफ के डीएमसी शादाब अहमद ने अवगत कराया गया कि 7 सितम्बर से शुरू हुए अभियान में बच्चों का नियमित टीकाकरण किया जाएगा। बैठक में इसके साथ ही 18 सितंबर से शुरू होने वाले पल्स पोलियो अभियान के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दुर्गेश कुमार, डॉ. राहुल शर्मा, डॉ. खान चंद, डॉ. एमके माथुर, डॉ. राहुल कुलश्रेष्ठ, डॉ. शोएब अंसारी व स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारी एवं जिला चिकित्सालयों के सीएमएस और जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रैयस कुमार व डिवीजन व डिस्ट्रिक्ट पार्टनर्स संस्थाएं तथा सभी ब्लाक के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी गण उपस्थित रहे।
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