पौधा हूं मैं वजूद के खुद तूफा से भी लड़ा हूं , मैं आस हूं किसी की, इसी आस में खड़ा हूं

 


सि.राऊ । भाईचारा सेवा समिति एवं विमल साहित्य संवर्धक संस्था के तत्वावधान में हिंदी दिवस की पूर्व संध्या पर एक विराट कवि सम्मेलन का आयोजन शिशु शिक्षा मन्दिर पेड़ वाला स्कूल में किया गया। जिसकी अध्यक्षता जहीरुद्दीन पीरजादा ने की तथा संचालन कवि अवशेष विमल ने किया। 

मुख्य अतिथि मित्रेश चतुर्वेदी राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय विप्र एकता मंच, भाईचारा सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश यादव संघर्षी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हरपाल सिंह यादव, शिशु शिक्षा मन्दिर के प्रधाचार्य नरेश चतुर्वेदी, विशिष्ट अतिथि मीरा माहेश्वरी, डॉ.शरीफ अली खान, बबलू सिसौदिया, देवदत्त वर्मा पूर्व ब्लांक प्रमुख, समाजसेवी निखिलवर्ती पाठक ने माँ शारदे के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कवि सम्मेलन का शुभारंभ किया।



कवयत्री गीता गीत की इस सरस्वती वंदना के साथ काव्यपाठ की शुरुआत हुई- 

शारदे   शारदे   मेरी  माँ  शारदे

लेखनी को मेरी ज्ञान की धार दे।।


इगलास के घुमक्कड़ कवि ग़ाफ़िल स्वामी ने पढ़ा-

हिन्दी है जन जन की भाषा ! 

हिन्दी कथा भजन की भाषा !! 


अलीगढ़ से पधारे मनोज नागर ने पढ़ा-

हिंदी भाषा आज हर, भाषा की सिरमौर।

इस जैसी देखी नहीं, भाषा जग में और।।


दिल्ली के गीतकार सृजन शीतल ने हिंदी के नाम दोहा पढ़ा-

हिंदी भाषा प्राण है, पूर्ण देश है देह।

हिंदी पाठन पठन से,सुरभित होता गेह।।


कासगंज के आतिश सोलंकी ने पढ़ा-

भारत माता के चेहरे की रोली बाली बिन्दी हूँ।

भाषाओं के इस फैशन में दबी ढकी मैं हिन्दी हूँ।।


एटा से पधारे ओजकवि संजीव सरगम ने पढ़ा-

सुंदर मनोरम धवल मेरी हिंदी।

समता सिखाती सरल मेरी हिंदी।।


सादाबाद के युवा कवि योगेश शर्मा ने पढ़ा-

पौधा हूं मैं वजूद के खुद तूफा से भी लड़ा हूं।

मैं आस हूं किसी की, इसी आस में खड़ा हूं।।


बाल कवयित्री उन्नति भारद्वाज ने पढ़ा -

राष्ट्रभाषा अपनी हिंदी स्वरों का साज बन जाए । 

हिंदी निज देश में हर व्यक्ति की आवाज बन जाए ।।


अवनीश 'अलंकार' ने पढ़ा-

हिन्दी से ही बनी रामायण। हिन्दी से ही बनी है गीता।  


पंकज पंडा ने पढ़ा- 

हिंदी का रसपान करेंगे। हिंदी का यशगान करेंगे।।

वरिष्ठ कवि विवेकशील राघव ने पढ़ा

हादसे हम बता नहीं सकते

राजदारों में जी के आये है


डॉ.अरविन्द चौधरी,चमचा हाथरसी, ललित मोहन भारद्वाज ने भी काव्य पाठ किया


समारोह में रितिक गुप्ता, विशाल वार्ष्णेय, श्रीकृष्ण दीक्षित फौजी, सपना पुंढीर,नीरु यादव, मुकेश कुमार,रुपकिशोर वार्ष्णेय,राशिद कुरैशी,नीरज बघेल आदि लोग मौजूद रहे।

Post a Comment

0 Comments