जलाओ दिये पर रहे ध्यान इतना, कहीं रह न जाए धरा पर अंधेरा

अलीगढ़ । कौशल विकास केन्द्र, जिला कारागार अलीगढ़ के माध्यम से कारागार में निरुद्ध बंदियों को सुधार एवं पुनर्वास के दृष्टिगत कारागार से रिहा होने के पश्चात गरिमापूर्ण,  स्वावलंबी और समाजोपयोगी जीवन व्यतीत करने हेतु स्वयं सेवी संस्था  वी. एस. एनर्जी के सहयोग से बिजली की झालर, एल ई डी बल्ब और नाइट लैंप आदि बिजली के सजावटी उपकरण जेल में ही बनाना सिखाया जाएगा। 


उक्त बंदी सुधार सम्बन्धी महत्वपूर्ण योजना की शुरुआत वरिष्ठ जेल अधीक्षक श्री विपिन कुमार मिश्र द्वारा कारागार में नव स्थापित कौशल विकास केन्द्र में किया गया । 


इस अवसर पर प्रशिक्षु बंदियों को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ अधीक्षक श्री मिश्र ने कहा कि उनका प्रयास है कि कारागार में निरुद्ध होने वाले बंदियों को इस तरह से प्रशिक्षित किया जाए कि वह कारागार से मुक्त होने पर समाज के साथ कदम-से-कदम मिलाते हुए एक गरिमापूर्ण , स्वावलंबी और गैर आपराधिक जीवन व्यतीत कर सके।   कारागार में रहते हुए बंदियों को विभिन्न रोजगारोन्मुखी व्यवसायिक प्रशिक्षण का अवसर प्रदान करने का मूल उद्देश्य है कि पैसे/ रोजगार की कमी की वजह से फिर से कोई व्यक्ति आपराधिक गतिविधियों में पुनः संलिप्त न हो।अपितु स्वयं लोगों को रोजगार दे। उक्त कार्यक्रम के उद्घाटन में वरिष्ठ जेल अधीक्षक महोदय के साथ उक्त संस्था के विशेष कार्याधिकारी श्री विवेक,  जेलर श्री पी.के. सिंह, जेल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाॅ. शाहरुख रिज़वी डिप्टी जेलर श्री सुरेश कुमार और अन्य कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

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