प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग अपने घर और दुकान की सुरक्षा के लिए अलीगढ़ के भरोसे रहते थे

 


अलीगढ़ । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज मंगलवार को अलीगढ़ में राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने जनता को संबोधित भी किया।

इस दौरान उन्होंने बचपन की एक कहानी सुनाते हुए कि अलीगढ़ एक मुस्लिम कारोबारी की उनके पिता से दोस्ती थी। पढ़िए पीएम मोदी की बचपन की यादें...

बचपन में सुना था अलीगढ़ का नाम

पीएम मोदी ने कहा कि बात करीब 50 से 60 साल पुरानी है, जब में बहुत छोटा था, उस दौरान अलीगढ़ से एक मुस्लिम शख्स हमारे गांव ताला बेचने आया करते थे। वह काली जैकटे पहनते थे। वो साल में एक बार आते थे और करीब तीन महीने तक यहां रुकते थे। जहां से वह आसपास के गांव में ताला बेचने निकल जाते। इसी बीच उनकी और मेरे पिता के बीच अच्छी दोस्ती हो गई। वह दिन भर जो पैसे वसूलकर लाते थे। मेरे पिता के पास छोड़ देते थे और जब गुजरात से अलीगढ़ आते तो पैसे लेकर लौट जाते थे। वह ताले बेचने वाले एक अच्छे सेल्समैन थे।

अब ताले वाले शहर में बनेंगे हथियार

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग अपने घर और दुकान की सुरक्षा के लिए अलीगढ़ के भरोसे रहते थे। क्योंकि उन्हें पता था कि जब तक घर और दुकान में अलीगढ का ताला लगा हुआ है कुछ नहीं होने वाला है। अब अलीगढ़ के ताले वाले शहर को पूरी दुनिया हथियारों के लिए भी इस शहर को जानेगी। पहले यहां ताले लेने के लिए लोग आते थे और अब जल्द देश की सीमाओं की रक्षा भी यहीं से बने हथियारों से होगी।

पीएम ने सुनाया सीतापुर गुजरात का कनेक्शन

ताले के अलावा प्रधानमंत्री ने एक किस्सा और सुनाया। उन्होंने कहा कि यूपी के दो शहर अलीगढ़ और सीतापुर हम बचपन से ही परिचित हैं। जब कही गुजरात वालों की आंख की कोई बीमारी होती तो वह सबसे पहले अपना इलाज कराने के लिए सीतापुर आऩे की बात करते थे। इतना ही नहीं अलीगढ़ से कच्छ का भी पुराना कनेक्शन रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अब 21वीं सदी में मेरा अलीगढ़ हिंदुस्तान की सीमाओं की रक्षा का काम करेगा।

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