यूपी पुलिस के आठ पुलिस कर्मियों को राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।


गणतंत्र दिवस: ADG प्रशांत, SP अभिषेक समेत इन पुलिसकर्मियों को मिला राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार

उत्तर प्रदेश । देश पूरे उमंग और उत्साह के साथ आज 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। 26 जनवरी को पूरी दुनिया भारत की सांस्कृतिक विरासत, सैन्य ताकत और विकास की झलक देखती है, जो हर एक भारतीय के लिए गौरवान्वित करने वाली बात होती है। ऐसे में आज के दिन ही ऐसे पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने देश का मान बढ़ाने में योगदान दिया है। इसी के अंतर्गत आज के ऐतिहासिक दिन पर यूपी पुलिस के आठ पुलिस कर्मियों को राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है। इस लिस्ट में यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के साथ साथ एडीजी यूपी 112 का नाम भी शामिल है। यूपी के हिस्से में विशिष्ट सेवा के लिए 7 तथा सराहनीय सेवा के लिए 72 राष्ट्रपति के पुलिस पदक आए हैं।

इन कर्मियों को मिला वीरता के लिए पुलिस पदक 

जानकारी के अनुसार यूपी पुलिस विभाग के एडीजी प्रशांत कुमार को वीरता के लिए पुलिस पदक दूसरी बार प्रदान किया गया। वहीं, एसपी अभिषेक सिंह, डिप्टी एसपी बृजेश कुमार सिंह, निरीक्षक संजीव कुमार, उपनिरीक्षक सुनील कुमार और विनय कुमार शर्मा, मुख्य आरक्षी रकम सिंह व सिपाही अमित कुमार तेवतिया को पहली बार वीरता के लिए पुलिस पदक प्रदान किया गया। आपको बता दें कि विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक पाने वालों में एडीजी 112 असीम कुमार अरुण, एडीजी राज कुमार, एडीजी डीजीपी मुख्यालय रवि जोसफ लाकू, आइजी पुलिस भर्ती बोर्ड विजय भूषण, आइजी प्रयागराज रेंज कविंद्र प्रताप सिंह, आइजी रेलवे सत्येंद्र कुमार सिंह व आइजी मीरजापुर रेंज पीयूष श्रीवास्तव के नाम शामिल हैं।

इन पुलिसकर्मियों को मिला राष्ट्रपति का सेवा पदक 

इसके साथ ही सराहनीय सेवा के लिए 72 पुलिस कर्मियों को राष्ट्रपति का सेवा पदक दिया गया है. इसमें प्रमुख रूप 41वीं बटालियन पीएसी की कमांडेंट भारती सिंह, एसपी रेलवे सौमित्र यादव, एसपी ट्रेनिंग महेंद्र यादव और एडिशनल एसपी इंटेलिजेंस राजेश द्विवेदी का नाम शामिल है। बता दें कि यूपी के एडीजी प्रशांत कुमार को गौतमबुद्धनगर में 25 मार्च 2018 को डेढ़ लाख के इनामी बदमाश श्रवण को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराने के मामले में वीरता के लिए पुलिस पदक प्रदान किया जाएगा। मुठभेड़ के दौरान एडीजी के सीने पर बदमाश की ओर से चलाई गई गोली लगी थी, लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने की वजह से उनकी जान को खतरा होने से बच गया था।

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