जब विश्व के बड़े देशों में वृद्वों की संख्या में वृद्धि हो रही है भारत को औसत आयु के मामले में वरियता प्राप्त है। क्योंकि सन 2020 तक हमारे देश में औसत आयु 19 वर्ष होगी :डीजीपी ओपी सिंह

डिजीटल क्रांति होराजनीति सत्ता अथवा सामाजिक जिम्मेदारियाँ हर क्षेत्र में युवाओं की महान भूमिका है। युवा ही राष्ट्र का भविष्य हैं।
Photo :- डीजीपी ओपी सिंह को सम्मानित करते हुए प्रो. तारिक मंसूर 

अलीगढ़ :उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविधालय में ‘‘राष्ट्रनिर्माण में युवाओं की भूमिका’’ विषय पर प्रसार व्याख्यानप्रस्तुत करते हुए कहा कि ऐसे समय में जब विश्व के बड़े देशों में वृद्वों की संख्या में  वृद्धि हो रही है भारत को औसत आयु के मामले में वरियता प्राप्त है। क्योंकि सन 2020 तक हमारे देश में औसत आयु 19 वर्ष होगी।
जवाहर लाल नेहरू मेडीकल कालिज सभागार में उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए डीजीपी ने कहा कि भारतीय युवाओं के लिये यह स्वर्णिम अवसर है। क्योंकि वह जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं और चुनौतियों का मुकाबला कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डिजीटल क्रांति होराजनीति सत्ता अथवा सामाजिक जिम्मेदारियाँ हर क्षेत्र में युवाओं की महान भूमिका है। युवा ही राष्ट्र का भविष्य हैं।
श्री सिंह ने कहा कि 25 साल से कम आयु के युवाओं ने जम्मू एवं कश्मीर तथा केराला की बाढ़ में जन जीवन बचाने में फौज तथा बचाव कर्मचारियों के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा हजारों लोगों को बाढ़ की तबाहियों से बचाया।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने बल देते हुए कहा कि हमारे युवा भारत के स्टार्टअप ईको सिस्टम का नेतृत्व कर रहे हैं जहां संस्थापक इंटरप्रीन्योर की औसत आयु केवल 31 वर्ष है।
Photo :- एडीजी (आगरा मंडल),  अजय आनंद को सम्मानित करते हुए प्रोअख्तर हसीब

उन्होंने कहा कि वोटर के रूप में भारतीय युवा देश में योजना निर्माण को प्रभावित करने का कौशल रखते हैं तथासतत विकास के लक्ष्य को लागू करने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
श्री सिंह ने कहा कि युवाओं को अधिकार प्रदान किये जाने तथा व्यापक समाजिक विकासभारत की योजना कार्यक्रमों का महत्वूपर्ण भाग हैं जिनका उद्देश्य लैगिंग बराबरीआर्थिक सेवाओं तक सभी की पहुचडिजीटल सम्पर्ककला का विकासउच्च शिक्षा तथा सभी तक स्वास्थय सेवाओं को पहुचाना है।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने आगे कहा कि भारतीय युवा देशमें परिवर्तन देखना चाहते हैं तथा सरकार एवं लोकतंत्र समाजी व्यवस्था में उन्हें महान भूमिका निभानी है। उन्होंने कहा कि कोई भी लोकतंत्र बहुसंख्यक की राय परआधारित होता है और चूंकि भारत की दो तिहाई जनसंख्या35 वर्ष से कम आयु की है जिनकी आम चुनाव में विशाल स्तर पर भागीदारी होती है इसलिये अच्छी सत्ता में युवाओंकी महत्वपूर्ण भूमिका तय है। उन्होंने कहा कि स्किलइंडिया मिशनमेक इन इंडियाडिजीटल इंडिया मिशन तथा स्टार्ट अप इंडिया जैसी सरकारी योजनाओं में भीयुवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है तथा देश में डिजीटल क्रांति के विस्तार से ग्रामीण युवाओं में भी नागरिक जीवन का बौध उत्पन्न हो गया है।
श्री ओपी सिंह ने कहा कि औसत आयु के लिहाज से भारत जवान हो रहा हैपुलिस फोर्स में कांस्ट्रेबिल से लेकर स्टेशनहाउस अफसरसर्किल अफसर तथा आईपीएस तक युवाओं की मौजूदगी में वृद्वि हो रही है जो अपने नवीन विचारों एवं कल्पनाओं से बड़े स्तर पर सेवायें अंजाम दे रहेहैं।
विश्वविद्यालय प्रसार व्याख्यान माला की अध्यक्षता करते हुए अमुवि कुलपति प्रोतारिक मंसूर ने कहा कि युवाओं को अपने नवीन विचार प्रस्तुत करने के लिये उम्दा मंच प्राप्त होना चाहिये। उन्होंने कहा कि स्टीव जाँब्स को युवाअवस्ता में ही अपने गैराज से ऐपिल कम्प्यूटर प्रारंभ करनेका विचार आया तथा स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटाथिन बर्ग की आयु केवल 16 वर्ष है जो अपने संकल्प तथा इरादे से विश्व भर में पर्यावरण के परिवर्तन से उत्पन्न होने वाले खतरों से जनजागृति उत्पन्न कर रही हैं तथा सभी को सक्रिय कर रही हैं।
प्रोमंसूर ने कहा कि अमुवि में ईको क्लब है जहां युवा छात्र सतत विकासस्वस्थय जलवायु तथा अन्य मामलों परविचार कर उनका समाधान खोजने के लिये जमा होते हैं।कुलपति ने युवाओं से बल देते हुए कहा कि उन्हें उदार मानसिकता रखनी चाहियेवह समाजिक सौहार्द के लिये कार्य करें तथा बड़ों को चाहिये कि उनका मार्गदर्शन करें।
इससे पूर्व डीजीपी का स्वागत करते हुए अमुवि प्रसार व्याख्यान के समन्वयक प्रोनिसार अहमद खान ने उनकी उपलब्धियों की चर्चा करते हुए बताया कि श्री ओपी सिंह डीजीपी बनने से पूर्व सीआईएसएफ तथा एनडीआरएफ के डायरेक्टर जनरल के पद पर भी रह चुके हैं।
अमुवि कुलसचिव श्री अब्दुल हमीद आईपीएस ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि श्री ओपी सिंह एनसीआर-मेरठ मण्डल के एडिशनल डायरेक्टर जनरलइंटेलीजेंस के एडीशनल डायरेक्टर जनरलस्पेशल इंक्वारी के एडीशनलडायरेक्टर जनरलमुरादाबाद तथा आजमगढ़ रैंज के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरलएंटी करप्शन आग्रेनाजेशन के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल तथा पीएसी के ग्यारहवीं बटालियने के कमांडेंट भी रह चुके हैं।
डीजीपी ओपी सिंह ने अमुवि में सर सैयद हाउस का भी भ्रमण किया तथा सर सैयद अकादमी में रखीं प्राचीन वस्तुओं को रूचि के साथ देखा। उन्होंने अलीगढ़ में एसपी सिटी के रूप में अपनी तैनाती के दिनों को भी याद किया तथा अपने अमुवि आगमन की चर्चा करते हुए कहा कि उन दिनों  सैयद हाशिम अली कुलपति तथा  जावेद उस्मानी कुलसचिव हुआ करते थे।
एडीजी (आगरा मंडल),  अजय आनंद तथा अमुवि के सहकुलपति प्रोअख्तर हसीब भी इस अवसर पर मौजूद थे।
डीजीपी ओपी सिंह ने अमुवि आगमन पर 1500 सीटों वाले बेगम अजीजुन निंसा हाल का उद्घाटन भी किया।उन्होंने मौलाना आजाद लाइब्रेरी का भ्रमण किया जहाँ उन्होंने फारसी में अबु फजल फैजी के भगवत गीता के अनुवाद तथा दारा शिकोह के रामायण के अनुवाद तथा अन्य प्राचीन पाडुलिपियों का अवलोकन किया। 
डीजीपी ओपी सिंह को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की फाइन आर्ट्स विभाग की शिक्षिका डाअसमा काजमी़द्वारा बनाई गई पोट्रेट भी भैंट की गई।

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