अहम सुराग मिले हैं. इसी आधार पर हत्या की गुत्थी को सुलझाने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं l



विकास चौधरी की फाइल फोटो
हरियाणा के फरीदाबाद जिले में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी की गुरुवार सुबह गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई. इस मामले में पुलिस के हाथ हमलावरों के बारे में अहम सुराग हाथ लगे हैं. बताया जा रहा है कि पैसे के लेनदेन को लेकर रंजिश के चलते हत्या हुई है. विकास चौधरी ब्याज पर पैसों का लेनदेन करते थे. उनका कुछ विवादित जमीन, मकान और दुकान के मामलों में भी हाथ था.

फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त संजय कुमार का कहना है कि विकास की हत्या के मामले में कुछ अहम सुराग मिले हैं. इसी आधार पर हत्या की गुत्थी को सुलझाने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं. हमें विश्वास है कि जल्द ही पुलिस हत्यारों तक पहुंच जाएगी. यह हत्या वित्तीय लेनदेन की रंजिश में हुई है.

क्या है मामला

फरीदाबाद में गुरुवार सुबह दो अज्ञात हमलावरों ने कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. बदमाशों ने जब इस वारदात को अंजाम दिया उस समय विकास एक्सरसाइज करने के लिए जिम पहुंचे थे और अपनी गाड़ी से निकलने वाले थे. इस दौरान अचानक दो हमलावर आए और विकास पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. विकास को 10 गोलियां लगीं. वारदात की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और विकास को स्‍थानीय लोगों की मदद से पास ही स्थित सर्वोदय अस्पताल ले जाया गया. जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

एक मिनट से भी कम समय में वारदात

42 वर्षीय विकास चौधरी सुबह 9.02 बजे फॉर्च्यूनर से जिम की पार्किंग में पहुंचे थे. उन्होंने गाड़ी खड़ी ही की थी कि सफेद रंग की एसएक्स-4 कार आकर रुकी. दो युवक नीचे उतरे और विकास की गाड़ी को दोनों ओर से घेरकर गोलियां बरसानी शुरू कर दी. एक हमलावर ने चालक साइड से, जबकि दूसरे ने सामने से गोलियां चलाईं. इस बीच हमलावरों का एक साथी कार स्टार्ट कर थोड़ी दूरी पर खड़ा रहा. एक मिनट से भी कम समय में वारदात को अंजाम देकर सभी हमलावर कार से फरार हो गए.

विकास चौधरी पर चलाई 12 से 20 गोलियां

पुलिस के अनुसार, हमलावरों ने विकास पर 15 से 20 गोलियां चलाईं. मौके से 7.62 एमएम के 15 खोखे बरामद हुए हैं. पुलिस ने विकास के छोटे भाई गौरव की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ सेक्टर-8 थाने में मुकदमा दर्ज किया है. हमलावरों की पहचान व धरपकड़ के लिए पुलिस आयुक्त संजय कुमार ने डीसीपी क्राइम राजेश कुमार के नेतृत्व में पांच टीमों का गठन किया है : साभार 

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