पूर्व छात्र इस महान संस्था के ब्रांड एम्बेसेडर हैं और अपनी संस्था की संस्कृृति, परम्पराओं तथा तहज़ीब से विश्व को परिचित करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज एएमयू एल्यूमनाई का नेटवर्क पूरे विश्व में फैला हुआ है:प्रो. तारिक मंसूर

अलीगढ़ / अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालिज के अनेस्थिसियालाॅजी एण्ड क्रिटिकल केयर विभाग द्वारा आयोजित साइंटिफिक कम एल्युमनाई मीट में अमेरिका, यूरोप, पश्चिम एशिया, आस्ट्रेलिया तथा देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग डेढ़ सौ पूर्व छात्र इकट्ठा हुए। जिन्होंने काॅलिज में बिताये दिनों की यादों को ताज़ा करते हुए अपने अनुभवों को साझा किया।
जेएन मेडिकल कालिज के सभागार में आयोजित उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र इस महान संस्था के ब्रांड एम्बेसेडर हैं और अपनी संस्था की संस्कृृति, परम्पराओं तथा तहज़ीब से विश्व को परिचित करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज एएमयू एल्यूमनाई का नेटवर्क पूरे विश्व में फैला हुआ है
जो इस इदारे की विश्व में पहचान करा रहा है। कुलपति ने कहा कि एएमयू को अपने पूर्व छात्रों पर बहुत गर्व है ओर यहां के पूर्व छात्रों ने विकास कार्यों के अलावा संकट के समय में भी अपनी संस्था का हमेशा साथ दिया है। प्रो0 मंसूर ने कहा कि उन्होंने पूर्व कुलपतियों प्रो0 पीके अब्दुल अजी़ज तथा लेफ्टीनेंट जनरल ज़मीरउद्दीन शाह के पूर्व छात्रों से जुड़ाव के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए अलीग एकाडमिक इंरीचमेंट प्रोग्राम का विस्तार करते हुए उसे और अधिक संकायों से जोड़ने के अलावा विंटर यूनिवर्सिटी कार्यकंम तथा कशिश जैसे कार्यक्रमों की शुरूआत की ताकि इस संस्था के न केवल अपने पूर्व छात्रों बल्कि उनकी संतानों से भी रिश्ते मजबूत हों। कुलपति ने आशा जताई कि पूर्व छात्र ना केवल आर्थिक स्तर पर बल्कि यहां के छात्रों को रोजगार उपलब्ध कराने में भी अपना सहयोग देंगें और  अपनी संस्था से हमेंशा संपर्क बनाए रखेंगें।
कुलपति ने एनेस्थीसियोलोजी विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह चिकित्सा जगत का एक केन्द्रीय विभाग जो अनेक विभागों का अपना सहयोग प्रदान करता है।
बतरा हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर नई दिल्ली के मेडिकल डायरेक्टर डाक्टर आरके मणी ने कहा कि उन्हें यह जानकार अत्याधिक प्रसन्नता हुई है कि एएमयू एलूमनाई नेटवर्क पूरी दुनिया में इस महान संस्था के नाम को गौरान्वित कर रहा है। उन्होंने कहा कि एनेस्थिसीया मेडिकल सांइस में किसी करिश्में से कम नही है। उन्होंने कहा कि एनेस्थियोलाॅजी सर्जरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ क्रिटिकल केयर में भी अहम रोल अदा कर रहा है। डा0 मणी ने पूर्व छात्रों से कहा कि उन्होंने आधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में जो कुछ सीख जाना है उससे वह अपनी संस्था के छात्रों को भी परिचित करायें।
मानद अतिथि खौला हाॅस्पिटल ओमान में वरिष्ठ चिकित्सक प्रोफेसर राशिद एम खान ने कहा कि एलूमनाई का वर्ष में एक या दो बार अपने काॅलिज व विभाग में अवश्य आना चाहिए और अपने ज्ञान को यहां आकर साझा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां के छात्रों को विश्व स्तर पर अपनी श्रेष्ठता साबित करने के प्रयास करने चाहिए क्योंकि वह प्रतिभा के धनी हैं और किसी भी क्षेत्र में पीछे नही है। प्रो0 खान ने कहा कि वैशवीकरण के युग में चिकित्सा जगत में भी तेजी के साथ तरक्की हुई है और अब उपचार के तरीकों में बहुत आसानी भी हो गई है। उन्होंने कहा कि अपनी मातृ संस्था को ंहमेंशा याद रखना चाहिए।
कार्यक्रम के अयोजन अध्यक्ष प्रोफेसर सैयद मुईद अहमद ने कहा कि विभाग की स्थापना के लगभग 38 वर्षों के लम्बे अंतराल के बाद पहली बार एलूमनाई मीट का आयोजन किया जा रहा है और इससे लागभग 150 पूर्व छात्रों की भागेदारी इससी सफलता का प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि एनेस्थिसिया विभाग सीपीआर की इंडियन गाइड लाइन के अलावा क्रिटिकल केयर व पेन मैनेजमेंट में मुख्य भूमिका निभा रहा है।
मेडिसन संकाय के डीन प्रोफेसर एससी शर्मा ने कहा कि एनेस्थिसिया सर्जिकल केयर में रीढ़ की हड्डी के समान है और लगभग इसकी मेडिकल के हर क्षेत्र में इसकी भूमिका है। उन्होंने कहा कि एलूमनाई मीट एक महोत्सव है जो सबको मिलने जुलने के अलावा विचारों को साझा करने का मंच प्रदान करता है।
उपस्थितजनों का आभार कार्यक्रम के आयोेजन सचिव प्रोफेसर काजी अहसान अली ने जताया कार्यक्रम का संचालन डा0 शाहना अली और डा0 फरहा नसरीन ने संयुक्त रूप से किया।   

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