उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्धनगर भ्रष्टाचार में नम्बर वन

  

गौतमबुद्धनगर । ग्रेटर नोएडा । रविवार के दिन वकीलों और तहसीलदार का विवाद शोशल मिडिया और समाचारपत्रों की सुर्खियां बना रहा। गौतमबुद्धनगर में प्रशासनिक अधिकारियों के भ्रष्टाचार से आजिज़ आ चुके लोगों द्वारा दिन भर वकीलों को समर्थन दिया जाता रहा। शोशल मिडिया पर मौजूद लोगों द्वारा दिन भर वकीलों की हौसला बढ़ाया जाता रहा। कई समाज सेवकों ने वकीलों को सम्मानित करने के कार्यक्रम बनाने शुरू कर दिए हैं।


वहीं मामले से जुड़े अधिवक्ता अनिल भाटी पूर्व अध्यक्ष डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन कलेक्ट्रेट गौतमबुद्धनगर ने बताया कि पूरे मामले को अपनी बार एसोसिएशन व जिला दिवानी एवं फौजदारी न्यायालय की बार एसोसिएशन व हाईकोर्ट संघर्ष समिति के साथ-साथ दादरी व जेवर की एसोसिएशनों के पदाधिकारियों के निर्णय पर छोड़ दिया है आगे रणनीति समस्त गौतमबुद्धनगर की बार एसोसिएशनों के द्वारा तय की जाएगी। 


*सदर तहसीलदार की छवि पहले से ही विवादित*


सदर तहसीलदार यदुवंश कुमार वर्मा के खिलाफ कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन व डीड राइटर्स एसोसिएशन एवं अधिवक्ताओं के द्वारा पहले भी कई बार सदर तहसील से हटा कर किसी दूसरी तहसील में नियुक्त करने की मांग करते हुए काम बंद रखा गया था ।




विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि जिले के उच्च अधिकारियों द्वारा भी मामले को तुल देने के बजाए वकीलों से वार्ता कर निस्तारण करने का मन है उच्चधिकारियों द्वारा शुरू से ही घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया जा रहा है ।



कलेक्टर के अधिकारियों व अपने वकील साथियों के मध्य अधिवक्ता अनिल भाटी की छवि ईमानदार और कानून प्रिय वकील की है जिसके चलते स्वयं जिलाधिकारी भी मामले को गंभीरता से लेते हुए बार एसोसिएशनों के पदाधिकारियों के  साथ मिलकर निस्तारित करने के लिए एसोसिएशन के पदाधिकारियों के सम्पर्क में हैं

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