दीयों से रोशन जगत में हर चेहरों पर मुस्कान लायें, आओ कुछ इस तरह हम दीवाली का त्यौहार मनायें

     ( मानवता का धर्म भी बखूबी निभाते हैं अरविंद उपाध्याय )


                       Photo:- अरविंद उपाध्याय

अलीगढ़ / पुलिस को हमेशा लोग डर और खौफ की निगाह से देखते हैं। लेकिन इस खाकी के पीछे भी मानवता होती है। खाकी पहने मानवता की मिशाल पेश करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस में कई मानवीय चेहरे हैं। इन्ही में से एक हैं अलीगढ़ पुलिस का जवान अरविंद उपाध्याय। कहते है मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है और इस धर्म में बड़ा सुकून है। कुछ ऐसी ही मिसाल पेश की एटा के मारहरा इलाके के गांव पचपेड़ा निवासी अरविंद उपाध्याय ने। अरविंद उपाध्याय उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल पद पर अलीगढ़ जनपद में तैनात हैं। वह खाकी के फर्ज के साथ मानवता का धर्म भी बखूबी निभा रहे हैं। अरविंद उपाध्याय गरीब व मजलूम लोगो के बीच जाकर आए दिन उनकी मदद करते रहते हैं। लॉकडाउन अवधि में अरविंद उपाध्याय ने लगातार गरीबो की मदद की। इस बार दीपावली पर भी अरविंद उपाध्याय ने गरीबो के बीच पहुंचकर त्यौहार को मनाया। उन्होंने दीपावली पर शहर के निकट मजदूर परिजनों के बीच दीपावली पर्व की खुशियों को बांटा। अरविंद उपाध्याय ने मजदूरों के बच्चों व परिजनों को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क वितरित किए वही सभी को मिष्ठान वितरण कर दीपावली की बधाई दी। पुलिसकर्मी अरविंद उपाध्याय द्धारा गरीबो के बीच दीपावली मनाने पर लोगों ने पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया। अरविंद उपाध्याय ने बताया कि उन्हें गरीबो की मदद करने में शांति मिलती है। वही उन्होंने कहा कि पुलिस हमेशा लोगो की मदद करती है। पुलिस के प्रति नकारात्मक छवि नही बनानी चाहिए। खाकी पहने इंसान में दिल और मानवता होती है।


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