सरकार देश में फैले कोरोना वायरस संक्रमण का इस्तेमाल हिंदू-मुसलमान के बीच तनाव बढ़ाने का काम कर रही है।


नई दिल्ली। लेखिका अरुंधति राय ने देश में फैले कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर ऐसा बयान दिया है जिसकी वजह से वह चर्चा में आ गए हैं। एक विदेशी न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में राय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना तानाशाह हिटलर से की है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश में फैले कोरोना वायरस संक्रमण का इस्तेमाल हिंदू-मुसलमान के बीच तनाव बढ़ाने का काम कर रही है। यही नहीं राय ने कहा कि कोविड-19 ने भारत के बारे में वह सबकुछ सबके सामने लाकर रख दिया, जिसके बारे में हमे पहले से पता था।

मुसलमानों को कलंकित किया जा रहा

राय ने कहा कि दिल्ली में जो हिंसा हुई थी, वह मुस्लिम विरोधी कानून के खिलाफ विरोध के चलते हुआ था। कोविड-19 की आड़ में अब सरकार युवा छात्रों को गिरफ्तार कर रही है। यही नहीं तमाम वरिष्ठ वकीलों, एडिटर्स, एक्टिविस्ट, बुद्धिजीवियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जर्मनी में हुए होलोकॉस्ट की तुलना भारत से करते हुए राय ने कहा कि आरएसएस जिससे मोदी का संबंध है, जोकि भाजपा की मातृ संगठन है, उसका मानना है कि भारत को हिंदू राष्ट्र होना चाहिए। इनके लोगों ने भारत के मुसलमानों की तुलना जर्मनी के यहूदियों से की है। अगर आप देखे तो पाएंगे कि कोविड की आड़ में मुसलमानों को कलंकित किया जा रहा है।

सोशल मीडिया पर हो रही आलोचना

लेखिका अरुंधति राय कोरोना संकट के बीच सरकार की कथित रणनीति से ऐसी स्थिति पैदा होगी, जिसपर दुनिया को नजर रखनी चाहिए। यही नहीं राय ने कहा कि हालात जातीय नरसंहार की ओर बढ़ रहे हैं। लोग सिर्फ कोरोना ही नहीं बल्कि भख, घृणा और नफरत से भी लड़ रहे हैं। रॉय के इस बयान की सोशल मीडिया जमकर आलोचना हो रही है। राय के बयान को पाकिस्तान की मीडिया ने भी बढ़ चढ़कर दिखाया है। पाक के सरकारी न्यूज चैनल पीटीवी ने भी इसे प्रमुखता से रिपोर्ट किया।

मौलाना साद के खिलाफ दर्ज हो चुका है केस

बता दें कि राय का यह बयान ऐसे समय आया है जब तबलीगी जमात के तमाम सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। जमात के मुखिया मौलाना साद के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय ने भी मौलाना साद और अन्‍य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मौलाना साद समेत अन्य आरोपियों पर विदेशों से फंडिंग लेने का आरोप है। एक अधिकारी ने बताया कि निजामुद्दीन मरकज के हेडक्वार्टर को सील कर दिया गया है और कोरोना वायरस के मामले मिलने के बाद यह प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है

Indian author and activist Arundhati Roy, in an interview with DW, has accused Modi's government of using the COVID-19 crisis to incite hatred towards Muslims, saying the situation is 'approaching genocide.'
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Copy :- Oneindia.com

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