जीवन में सफल चिकित्सक बनने के लिये आवश्यक है कि वह नैतिक मूल्यों के पालन के साथ रोगियों से अच्छे वह मधुर व्यवहार का भी परिचय दें। प्रो. तबस्सुम

अलीगढ़ / अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी केजवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालिज की मेडिकल एजूकेशन यूनिट द्वारा   एम०बी०बी०एस० पाठ्यक्रम में नवप्रवेशी छात्र छात्राओं के लिये आयोजित एक माह के फाउन्डेशन कोर्स के समापन   समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि ए०एम०यू० के पूर्व सह कुलपति एवं प्रमुख बाल रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर  तबस्सुम शहाब ने छात्रों से कहा कि जीवन में सफल चिकित्सक बनने के लिये आवश्यक है कि वह नैतिक मूल्यों के पालन के साथ रोगियों से अच्छे वह मधुर व्यवहार का भी परिचय दें।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा व्यवसाय आज भी विश्व का सबसे सम्मानजनक व्यवसाय हैलेकिन व्यवसायीकरण के युग में यह भी इससे अछूता नहीं रहा है और कुछ लोगों ने चिकित्सा व्यवसाय को व्यापार का रूप दे दिया है जो उचित नहीं है।
प्रोफेसर शहाब ने छात्रों से कहा कि उनका मिशन मानव सेवा होना चाहिए और उन्हें इस बात के प्रयास करना चाहिए कि समाज के निम्न वर्ग के अंतिम व्यक्ति को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके। उन्होंने जे०एन०मेडिकल कालिज से अपने 34 वर्षीय सम्बन्धों का उल्लेख करते हुए कहा कि आज वह जिस स्थान पर है उसका श्रेय इसी संस्था को जाता है।
प्रोफेसर तबस्सुम शहाब ने छात्रों से कहा कि उन्होंने जिस मेडिकल कालिज में प्रवेश पाया है। उसकी गणना देश के10 सर्वोच्च मेडिकल काॅलिजों में होती है जो उनके लिये गौरव का विषय है।
मेडिकल एजूकेशन यूनिट की कोर्डीनेटर प्रोफेसर सीमा राशिद ने कहा कि मेडिकल छात्रों को अपने व्यवसाय की नैतिक चिकित्सा को सदैव दृष्टिगत रखना अति आवश्यकहै। साथ ही साथ स्वांद की बहतरीन कलातनाव के निवारण करना का कौशल होना भी अनिवार्य है। मेडिकल एजूकेशन यूनिट के सहायक समन्वयक प्रोफेसर एस मनाज़िर अली ने बल देते हुए कहा कि यह पाठ्यक्रम व्यावसायिक लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक सिद्ध होगा तथा इन छात्रों में नैतिक चिकित्सा की सूझ बूझ पैदा होगी।
फाउन्डेशन कोर्स के समन्वयक प्रोफेसर मुईनउद्दीन ने कहा कि यह कोर्स एमबीबीएस के नये छात्रों के लिये विशेष रूप से तैयार किया गया है ताकि चिकित्सा व्यवसाय तथा शिक्षा के प्रति विभिन्न समाजिकआर्थिक तथा सांस्कृतिक   परिदृश्य रखने वाले छात्रों का बौद्धिक विकास हो सके।
उपस्थित जनों का आभार फाउन्डेशन कोर्स की समन्वयकप्रोफेसर वीणा माहेशवरी ने जताया। कार्यक्रम का संचालन डाबुशरा सिद्दीकी ने किया।
एमबीबीएस 2019 बैच के छात्र  छात्राओं आयशा समदानीविकास सिंहऋषभ कुमार तथा शाइस्ता नेफाउंडेशन कोर्स से संबंधित अपने अनुभवों को साझा किया।


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