केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों की आय के साथ ही उनके उत्थान के लिए तत्पर

अलीगढ़ / किसान मेला एवं कृषि ज्ञान संगोष्ठी के अन्तर्गत एग्रो क्लाइमेटिक जोन-चतुर्थ स्तरीय अलीगढ़ मण्डल का शुभारंभ मगंलवार को क्वार्सी कृषि फार्म परिसर में आयुक्त श्री अजयदीप सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इससे पहले उन्होंने शोध प्रक्षेत्र में बोई गई फसलों का निरीक्षण करते हुए जानकारी ली एवं परिसर में लगी स्टॉल का अवलोकन किया। मण्डलायुक्त श्री अजयदीप सिंह ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों की आय बढ़ाने के साथ ही उनके उत्थान के लिए तत्पर है। फसल ऋणमोचन योजना जिले के एक लाख नौ हजार किसानों का कर्ज माफ किया गया है, अनेक किसानों का ऋणमोचन योजना में शिकायते थी, समय-समय पर विभिन्न माध्यमों से शिकायत प्राप्त कर उनकी समस्याओं का निस्तारण कराया गया है। प्रधानमंत्रीं किसान सम्मान योजना पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि यह योजना कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए क्रांतिकारी साबित होगी। किसान सालभर में मिलने वाले छह हजार रूपये से अपनी फसलों में समय से खाद, बीज एवं रसायन आदि व्यवस्था कर सकेंगे। इससे उनका उत्पादन बढ़ना तय है। देषभर में चलाई जा रही इस योजना के पहले चरण में 35 फीसदी लाभ अकेले उत्तर प्रदेष के किसानों को मिला है। प्रक्षेत्र के भ्रमण के दौरान उन्होंने टूटी हुई बाउंड्री के निर्माण हेतु प्रस्ताव बनाकर प्रेषित करने के निर्देष दिये। मुख्य विकास अधिकारी, (आईएएस) श्री अनुनय झा ने  कहा कि जनपद के किसान बेहद जागरूक है। कृशि विभाग द्वारा उनके लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही है। उन्हें आधुनिक खेती करने के तरीके सिखाने के लिए ही इस तरह के आयोजन किये जा रहे है। किसानों को ज्ञानवर्द्धक बातों का भरपूर फायदा उठाना चाहिए। मुख्य विकास अधिकारी श्री झा द्वारा प्रष्नोत्तरी कार्यक्रम में पूछे गये सवालों के जबाव देने पर कृषकों को सम्मानित किया गया। कृशि वैज्ञानिक श्री मुरारी लाल शर्मा जैविक खेती को आत्मसात करने पर बल दिया। तकनीकी सत्र में पूर्व जिला कृशि अधिकारी वैज्ञानिक चौधरी सुखवीर सिंह ने बदलते पर्यावरण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उपज बढ़ाने की लालसा में किसानों ने रसायनिक खादों का अत्याधिक प्रयोग किया है। इससे अब उतपादन बढ़ने के बजाय कम हो गई है।  उन्होंने कहा कि खेतों को स्वस्थ रखने के लिए उनका व्यायाम जरूरी है। इसके लिए गर्मी में गहरी जुताई कर एक महीने के लिए खेत खुला छोड़े तथा फसल चक्र अपनाये। पषुपालन विभाग के डा. रमेश चंद्र ने जानकारी दी कि पशु पालन महज 300 रूपये में अपने पशु का 50 हजार तक का बीमा करा सकते हैं। इस योजना में 75 फीसद अनुदान सरकार द्वारा दिया जा रहा है। कृषि विज्ञान केंद्र के डा0. पी.के. शर्मा ने जायद में बाजरा, उर्द और मूंग की फसलों की बुवाई पर विस्तार से जानकारी दी। उप निदेषक (कृषि रक्षा), डा. राजेश कुमार दुबे ने कृषि प्रक्षेत्र में बोई गई फसलों का किसानों को अवलोकरन कराते हुए विभिन्न नई प्रजातियों के बारे में विस्तार से बताया। उप निदेशक , भूमि संरक्षण श्री दीदार सिंह ने किसानों की समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाने हुए फसल उत्पादन के विषय में तकनीकी जानकारी दी। इसके साथ ही उप कृषि निदेशक , श्री अनिल कुमार, जिला कृशि रक्षा अधिकारी श्री राजेश कुमार, जिला कृषि अधिकारी श्री विनोद कुमार, मृदा सर्वेक्षण अधिकारी श्री मनोज कुमार आदि ने मण्डलायुक्त को परिसर में अपने अनुभाग से सम्बन्धित लगाई गई स्टॉल का अवलोकन कराते हुए विभिन्न योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। प्रष्नोत्तरी कार्यक्रम में श्री सोनवीर, श्री सत्यनरायन, श्री रामबाबू लाल शर्मा, श्री वीरेंद्र सिंह, श्री भोजराज सिंह, श्री मुकेष गौड, श्री सूरजपाल सिंह, श्री भवंर सिंह एवं श्री सत्येंद्र सिंह को उनके सही जबाव देने के लिए मुख्य विकास अधिकारी स्प्रे मशीन भेंट कर पुरस्कृत किया गया। इससे पूर्व ब्रह्म कुमारी कमलेश, नीरज, मीनू आदि ने प्रकृति की पुकार नाटक के माध्यम से किसानों को हरियाली बढ़ाने के लिए जागरूक किया। संचालन श्री अविनाश कुमार पाराषर ने किया।

Post a Comment

0 Comments