एक नागरिक के रूप में सम्मानित महिला की नवीन आशाऐं

अलीगढ़ / अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के दर्शन शास्त्र विभाग द्वारा लंदन स्कूल ऑफ इक्नौमिक्स की प्रोफेसर एमरेटस सुश्री मैरी एवांस का व्याख्यान हुआ।“एक नागरिक के रूप में सम्मानित महिला की नवीन आशाऐं” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए प्रोफेसर एवांस ने कहा कि नागरिक की कल्पना में लिंग का अंतर नहीं है तथा इसका अर्थ पुरूष एवं महिला दोनां होते हैं। जिस प्रकार एक पुरूष को नागरिक होने के कारण कुछ विशेष अधिकार प्राप्त होते हैं उसी प्रकार महिलाओं के लिए भी वोट, शिक्षा, उचित चिकित्सा सुविधा तथा विशेष रूप से अधिकार एवं स्वतंत्रता के अधिकार आदि को विशवसनीय बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वायत्तता एक महत्वपूर्ण अधिकार है जो किसी को भी यह कहने का अधिकार देता है कि में सोचता हूँ तथा अपने अधिकारों का प्रयोग करता हूँं।प्रोफेसर इवांस ने कहा कि नागरिक होने का अर्थ, समाजिक सम्बन्ध, घरेलू देखभाल तथा व्यक्तिगत स्वतंत्रता ने समानता है तथा इसमें लैंगिक मतभेद नही होना चाहिए।कला संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर मसूद अनवर अल्वी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में लैंगिक समानता पर बल देते हुए कहा कि समाजी रवैये में परिवर्तन लाने की आवश्यक्ता है।इससे पूर्व विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर तारिक इस्लाम ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया जबकि डा0 अकील अहमद ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विभाग की दो पत्रिकाओं का विमोचन भी किया गया। श्री जै़द अहमद सिद्दीकी ने संचालन किया।

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