सर सय्यद का इस प्रदर्शनी से गहरा नाता है : शकील समदानी


प्रमुख सामाजिक संस्था सर सैयद अवेयरनेस फोरम द्वारा आज राजकीय कृषि एवं औद्योगिक प्रदर्शनी में मुक्ताकाश मंच पर सर सैयद शिक्षा वित्त और समाज सुधारक विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ए एम यू रजिस्ट्रार श्री अब्दुल हमीद आईपीएस ने कहा कि सर सैयद ने देश से शैक्षणिक पिछड़ापन दूर करने के लिए केवल मुस्लिम समुदाय ही नहीं बल्कि हर वर्ग के उत्थान के लिए कार्य किया उन्होंने कहा कि सर सैयद ने देश में आधुनिक शिक्षा के आधार को मजबूत किया क्योंकि सर सैयद का मानना था कि आधुनिक शिक्षा ग्रहण कर ही इस देश के लोग ना केवल अंग्रेजों का मुकाबला कर सकते हैं बल्कि स्वयं भी हर स्तर पर मजबूत हो सकते हैं श्री हमीद ने कहा कि सर सैयद पहले ऐसे व्यक्ति थे उन्होंने शैक्षिक संस्था में लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूती प्रदान की उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन के लिए सर सैयद अवेयरनेस फोरम के अध्यक्ष प्रोफेसर समदानी तथा अन्य आयोजकों को बधाई दी
सर सैयद अवेयरनेस फोरम के अध्यक्ष एवं संगोष्ठी के निदेशक प्रोफेसर शकील समदानी ने कहा कि सर सैयद का इस प्रदर्शनी से गहरा नाता रहा है उन्होंने कहा कि सर सैयद ने धर्म से ऊपर उठकर  धर्म निरपेक्ष तरीके से ए एम यू की स्थापना की जिस का नमूना विश्वविद्यालय के स्ट्रेची  हॉल में देखा जा सकता है जहां हिंदू एवं मुस्लिम दोनों दानदाताओं के नामों की पट्टिकाएं लगी है
प्रोफेसर समदानी ने कहा कि वर्तमान समय में सर सैयद की शिक्षा को अमलीजामा पहनाए जाने की आवश्यकता है ताकि यह देश आपसी एकता एवं सौहार्द के बंधन में हमेशा बंधा रह सके प्रोफेसर समदानी ने दक्षिण की भांति उत्तरी भारत में भी कॉलेज स्कूल खोले जाने की आवश्यकता जताई
मंगलायतन यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार श्री अजीत सिंह सेवानिवृत्त आईपीएस ने कहा कि सर सैयद अहमद खान को इतिहास में स्थान नहीं मिला जिसके वह हकदार थे उन्होंने कहा कि सर सैयद ने शिक्षा सुधार का जो आंदोलन चलाया उससे देश आज तक लाभान्वित हो रहा है सर सैय्यद बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे और उनके विचारों को आगे बढ़ाए जाने की आवश्यकता है
भाजपा प्रोफेसर एमिरेट्स एवं सर सैयद विशेषज्ञ प्रोफेसर फरहतउल्ला खान ने कहा कि सर सैयद का मानना था कि एकता के लिए आपसी विश्वास की सबसे बड़ी आवश्यकता है और यही वर्तमान समय की सबसे बड़ी जरूरत है उन्होंने कहा कि सर सैयद ने एमएओ कॉलेज का पहला प्रिसिपल एक क्रिश्चियन और उप प्रिसिपल एक हिंदू को बनाया।
 अध्यक्षीय उद्बोधन में मंगलायतन यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर केवीएसएम कृष्णा ने कहा कि सर सैयद को धर्म निरपेक्ष बताने की कोई आवश्कता नही है क्योकि धर्म निरपेक्षता उनके वक्तित्व मै रची बसी थी इससे अधिक धर्म निपेक्ष होने का उधर्मं क्या हो सकता है कि उन्होंने ऐसी विषम परिस्थितियों में शिक्षा के लिए कार्य किया जब समाज का एक बड़ा वर्ग शिक्षा से वंचित था उन्होंने कहा कि सर सैयद के बारे में लोगों को जागरूक किए जाने की आवश्यकता है कार्यक्रम को अरबी विभाग के प्रोफेसर अबु सुफियान इस्लाही सहायक आयुक्त जीएसटी नदीम खान डॉ खलील चौधरी छात्रसंघ सचिव हुजैफा आमिर सुश्री फिरदौस रहमान डॉ नजमुद्दीन अंसारी मल्लिका कपूर ओर सारा समदानी ने भी संबोधित किया ।
समारोह में उल्लेखनीय सेवाओं पर विभिन्न क्षेत्र के लोगों को सम्मानित भी किया गया इनमें कैपटन अरुण कुमार सिंह,  डॉ खालिद नासिर, क्यू नदीम खान, कोर्ट सदस्य प्रोफ़ेसर हुमायूं मुराद, डॉ उबेद इकबाल आसिम तथा कमरे आलम शामिल थे कार्यक्रम का संचालन श्री आयशा समदानी ने किया जबकि उपस्थित जनों का आभार फात्मा राव ने जताया स्वागत भाषण सानिया खान ने दिया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ हैदर अली,अडवोकेट सवेब अली , मंसूर इलाही, मोहम्मद मुताहिर, अब्दुल्लाह समदानी, रजिया चौहान, तलत अंजुम ,निजेंद्र कुमार,अदिल शेरवानी, मो० हसानुहक़ ,फ़राज़ अख्तर ,हुनैन, दानिश इक़बाल , पवन वार्ष्णेय , आकाश , अनस, डॉ मानव , फरहान ज़ुबैरी केबिनेट , अब्दुल कादिर पाशा, अभिषेक आर्य , चित्रांशु , सारिम अली, युसरा, राव फ़राज़ वरिस आदि का योगदान रहा
कार्यकर्ता का मुख्य आकर्षण न्याय संस्था द्वारा सर सैयद पर प्रस्तुत की गई लघु नाटिका रही जिसमें संस्था के कलाकारों ने प्रभावशाली मंचन कर सभी का मन मोह लिया

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