राष्ट्रपति बनने के बाद कोविंद की अपने जन्मस्थान की यह पहली यात्रा होगी


नई दिल्ली ।  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज (25 जून) उत्तर प्रदेश में अपने जन्म स्थान कानपुर की यात्रा के लिए ट्रेन में सफर करेंगे। इस दौरान वह अपने स्कूल के दिनों और समाजसेवा के शुरुआती दिनों के अपने पुराने परिचितों के साथ मुलाकात करेंगे। 15 साल बाद कोई राष्ट्रपति ट्रेन में सफर करेगा। इससे पहले साल 2006 में तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने ट्रेन में सफर किया था। वह भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) के कैडेट की पासिंग आउट परेड में शरीक होने के लिए स्पेशल ट्रेन से दिल्ली से देहरादून गए थे। उनसे पहले भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने ट्रेन से यात्रा करने का रिकॉर्ड बनाया था।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ट्रेन यात्रा का शेड्यूल

राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति बनने के बाद कोविंद की अपने जन्मस्थान की यह पहली यात्रा होगी।

हालांकि वह पहले भी यात्रा करना चाहते थे, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के चलते ऐसा नहीं हो सका। कोविंद 25 जून को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर विशेष ट्रेन से कानपुर के लिए रवाना होंगे। बयान में कहा गया है कि ट्रेन कानपुर देहात के झिंझक और रुरा दो जगह रुकेगी, जहां राष्ट्रपति स्कूल के दिनों और समाजसेवा के शुरुआती दिनों के अपने पुराने परिचितों से मुलाकात करेंगे। बयान के मुताबिक ये दोनों जगह कानपुर देहात में राष्ट्रपति के जन्मस्थान परौंख गांव के निकट हैं। यहां 27 जून को उनके सम्मान में दो समारोहों का आयोजन किया जाएगा। बयान में कहा गया है कि उसके बाद कोविंद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की दो दिवसीय यात्रा के लिए 28 जून को कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से ट्रेन में रवाना होंगे। 29 जून को वह स्पेशन उड़ान से नई दिल्ली लौटेंगे।

प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने बनाया था रिकॉर्ड

भारतीय ट्रेन से सबसे अधिक यात्रा करने का रिकॉर्ड भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के नाम दर्ज है। उन्होंने तीन दिन की यात्रा राष्ट्रपति की स्पेशल ट्रेन की थी। डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी अपने पैतृक गांव की यात्रा दिल्ली से छपरा के लिए की थी। डॉ. प्रसाद का जन्म बिहार के सिवान जिले के जीरादेई में हुआ था।

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