गांधी परिवार के एक ओर सदस्य की कॉंग्रेस मे एंट्री

लोकसभा चुनाव 2019 से पहले कांग्रेस ने एक बड़ा फेरबदल कर सबको चौंका दिया है। कांग्रेस ने प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी का महासचिव नियुक्त किया है। एंट्री के साथ ही उन्हें पूर्वांचल का प्रभारी भी बनाया गया है। आखिर ऐसे क्यों हुआ कि इतने सालों से संगठन में उठ रही मांग अब औपचारिक ऐलान के बाद पूरी हो गई।
वैसे प्रिंयका की राजनीति में एंट्री को लेकर संगठन ने ही नहीं उनकी दादी इंदिरा गांधी ने मरने से पहले इच्छा व्यक्त की थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम एल फोतेदार ने एक बार कहा था कि इंदिरा गांधी ने मरने से पहले इच्छा व्यक्त की थी कि परिवार की राजनीतिक विरासत को उनके बाद प्रियंका गांधी आगे ले जाएं। उस वक्त प्रियंका सिर्फ 12 साल की थी। लेकिन उनसके बाद संगठन में भी प्रियंका लाओ देश बचाओं के नारे लगते रहे। लेकिन वो हमेशा चुप रही।

ये है पांच कारण

1. इस वक्त कांग्रेस को एक मजबूती की जरूरत है। हाल ही में यूपी गठबंधन में सपा-बसपा कांग्रेस से अलग हो गई हैं। वहीं फिर से महागठबंधन की तैयारी चल रही है। ऐसे में पर्दे के पीछे ना रहकर आगे से संगठन को मजबूत करने के लिए प्रियंका को पार्टी में बड़ा पद दिया है। गठबंधन में प्रियंका गांधी की भी अहम भूमिका होगी।
2. प्रियंका गांधी वाड्रा समय समय पर पार्टी का नेतृत्व करती रही। उनकी राजनैतिक समझ और दूरंदेशी पर पार्टी के लोगों का भारी भरोसा रहा है। इसलिए भी पार्टी अब उनको चेहरा बनाकर कांग्रेस को मजबूत करना चाहती है।
3. प्रियंका के राजनीति में आने का मुख्य कारण इस वक्त का माहौल है। प्रियंका हर इंटरव्यू में राजनीति में एंट्री को लेकर नकारती रही। लेकिन अब उनका करियरऔपचारिक तौर पर शुरू हो गया है। कई राज्यों में कांग्रेस काफी अच्छी स्थिति में नहीं है। वहीं कई दल भी उनसे दूर जा रहे हैं। ऐसे में पार्टी प्रियंका को राजनीति में लाने के लिए मजबूर हुई।
4. प्रियंका के राजनीति में आने का मुख्य कारण संगठन की मांग भी रही है। 1999 से ही प्रियंका के कांग्रेस में लाने के लिए संगठन के नेता और कार्यकर्ता हमेशा से मांग करते रहे। वैसे वो पार्टी को पर्दे के पीछे से हमेशा स्पॉर्ट भी करती रही है। राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी चल रही है। ऐसे में पार्टी में यह बड़ा फैसले पर मुहर उन्होंने ही लगाई है।
5. प्रियंका गांधी हमेशा राहुल गांधी की मदद के लिए सामने आती रही है। कई साक्षात्कारों और जनसभाओं के दौरान प्रियंका ने भाई राहुल का समर्थन करती रही हैं। हाल ही में राहुल गांधी ने प्रियंका वाड्रा के राजनीति में आने पर बधाई दी और कहा कि कांग्रेस की लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है। ऐसे में राहुल का लोकसभा चुनाव 2019 में एक और मजबूती और पार्टी को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।

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