प्रदेश में कोरोना टीकाकरणः चुनौतियां और संभावनायें विषय पर एक वेबिनार का आयोजन


 अलीगढ़, 19 अप्रैलः अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालिज के बाल रोग चिकित्सा विभाग की प्रोफेसर जे़बा जका-उर-रब ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन आने के बाद इस उग्र महामारी के त्वरित और प्रभावी समाधान के लिए जो लोग इंतजार कर रहे थे, शुरू में असमंजस में होते हैं जो समाप्त हो जाता है।

वह उत्तर प्रदेश में कोरोना टीकाकरणः चुनौतियां और संभावनायें विषय पर एक वेबिनार, जो हार्वर्ड के जूम प्लेटफार्म के माध्यम से हार्वर्ड टीएच चैन स्कूल आफ पब्लिक हेल्थ- इंडिया रिसर्च सेंटर एंड प्रोजेक्ट संचार द्वारा आयोजित किKया गया था, में बोल रही थीं।

प्रोफेसर जे़बा ने कहा कि ’उत्तर प्रदेश (यूपी) की तरह, इसकी उपलब्धता के बावजूद कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण के प्रति उदासीनता  दुनिया भर में आबादी के बीच अधिकतम टीकाकरण करने में एक महत्वपूर्ण बाधा है।
उत्तर प्रदेश में वैक्सीन के संकोच पर चर्चा करते हुए प्रोफेसर जे़बा ने कहा कि विशेषज्ञों ने टीकाकरण रोलआउट के महीनों पहले लोगों के बीच अनिश्चितता की भविष्यवाणी की थी, बल्कि हिचकिचाहट की भी उम्मीद की थी ,आशा थी कि यह  टीकाकरण अभियान से दूर हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि ‘अब एक दूसरी कोविड लहर है, लोगों को इसके बारे में सावधान रहने और सामाजिक नियमों और प्रोटोकाल का पालन करने की अलावा मास्क पहनना और नियमित स्वच्छता, आत्म संयम और आत्म अनुशासन की आवश्यकता है।

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